संसद बवाल कांड: क्या कलर स्प्रे छुपाने के लिए आरोपियों ने लखनऊ में बनवाए थे स्पेशल जूते? इन सवालों के जवाब तलाश रही जांच टीमें
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नए संसद भवन की सुरक्षा में सेंध के मामले में दिल्ली पुलिस ताबड़तोड़ एक्शन ले रही है. गुरुवार को पुलिस ने गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों को कोर्ट में पेश किया. अदालत ने सात दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा है. पुलिस ने कोर्ट में बताया कि आरोपियों ने संसद में घुसपैठ से पहले लखनऊ में खास तरह के जूते बनवाए थे.इनके बारे में जांच किए जाने की जरूरत है.
नई संसद में घुसपैठ मामले में बड़े और चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अब तक छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है. चार आरोपियों पर आतंकवाद के आरोप में एफआईआर दर्ज हुई है. अब पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने संसद में कलर स्प्रे लेकर घुसने की खास तैयारी की थी. आरोपियों को पता था कि संसद के अंदर कुछ भी नहीं ले जा सकते हैं. स्केनिंग और मैनुअल तलाशी होती है. इसमें पकड़े जाने पर मुश्किलें बढ़ जाएंगी. ऐसे में उन्होंने खास प्लान बनाया और जूतों में कलर स्प्रे ले जाने का निर्णय किया.
बता दें कि 13 दिसंबर को संसद भवन पर हुए हमले की 22वीं बरसी थी. दोपहर एक बजे संसद में बीजेपी के सांसद खगेन मुर्मू चर्चा कर रहे थे, तभी विजिटर गैलरी यानी दर्शक दीर्घा से दो शख्स अचानक नीचे कूदे और हंगामा करने लगे. दोनों नारेबाजी की, फिर जूते में छिपाकर रखा गया कलर स्प्रे निकाला और हवा में उड़ा दिया. इससे सांसदों में डर फैल गया. हालांकि, बाद में दोनों आरोपियों को पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया. ठीक उसी समय संसद के बाहर भी दो लोगों को हंगामा करते वक्त पकड़ा गया. इसमें एक महिला और एक युवक शामिल था.
'पूरे केस का मास्टरमाइंड निकला ललित मोहन झा'
इस पूरे घटनाक्रम में अब तक सात आरोपियों की संलिप्तता सामने आई है. ये आरोपी पांच अलग-अलग राज्यों के रहने वाले हैं. सागर शर्मा (26 साल) उत्तर प्रदेश के लखनऊ का रहने वाला है. मनोरंजन डी (34 साल) कर्नाटक के मैसूर का रहने वाला है. नीलम (37 साल) हरियाणा के जींद जिले के गांव घासो खुर्द की रहने वाली है. अमोल शिंदे (25 साल) लातूर (महाराष्ट्र) के रहने वाले हैं. इसके अलावा, हरियाणा के रहने वाले ललित झा को भी गुरुवार शाम गिरफ्तार किया गया है. राजस्थान के रहने वाले महेश की भूमिका भी सामने आई है. महेश पुलिस की हिरासत में है. पुलिस का कहना है कि ललित झा इस पूरे कांड का मास्टरमाइंड है. 'लखनऊ में बनवाए थे स्पेशल जूते'
पुलिस का कहना है कि आरोपियों को पता था कि साधारण जूतों में कलर स्प्रे ले जाना संभव नहीं है. ऐसे में उन्होंने लखनऊ में स्पेशल जूते बनवाने का प्लान बनाया. वहां उन्होंने स्पेशल जूते बनवाए और 13 दिसंबर को वही पहनकर संसद पहुंचे थे. जूते में ही कलर स्प्रे छिपाया और सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर अंदर पहुंच गए. उसके बाद जब सागर और मनोरंजन संसद की वेल में कूदे और हंगामा करने लगे तो सांसदों ने घेराबंदी कर दी और पकड़ने की कोशिश करने लगे. इसी बीच, आरोपियों ने अपने जूते खोले और तुरंत कलर स्प्रे हवा में उड़ा दिया. चारों तरफ रंग दिखाई दे रहा था. सांसद भी घबरा गए थे. बाद में आरोपियों को पकड़ा और सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया गया.
'मददगारों के इरादे का पता किया जा रहा'
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