
संकट से उबरने में जब पूजा-पाठ जाप काम न करें तो दान करें कल्याण, किस ग्रह का क्या करें दान और कब
ABP News
शास्त्रों में दान का विशेष महत्व बताया गया है. दान करने से व्यक्ति के जीवन में चल रही ग्रहों की अशुभता को दूर करता है. दान करना एक श्रेष्ठ कर्म भी बताया गया है. दान के महत्व को आइए जानते हैं.
Daan Punya : दान बहुत ही अद्भुत और अनमोल चीज है. दान करने से पुण्यों में वृद्धि होती है. दान से पाप कटते हैं. कई बार लोग त्यागने को ही दान समझते हैं. सर्वप्रथम एक बात यह समझ लें कि दान और त्याग में क्या अंतर होता है. त्याग में किसी दूसरे व्यक्ति की आवश्यकता नहीं होती है. त्याग हठ करके भी किया जा सकता है. परंतु दान में ऐसा नहीं है. दान के लिए दूसरा व्यक्ति भी आवश्यक है.
दान में एक संकल्प करना होता है. वह मंत्रों से किया जाए या फिर मानसिक रूप से. दान देने के प्रावधानों में यह भी है कि दान सदैव सुपात्र को करना चाहिए तभी दान का पूर्ण फल प्राप्त होता है. जैसे मानिये कि कोई व्यक्ति के घर में भोजन के लिए एक दाना अनाज नहीं है. और उसको दान में वस्त्र मिल जाए. इसलिए दान दी जाने वाली वस्तु दान लेने वाले व्यक्ति के लिए जरूरी हो.