श्रीलंका: नरेंद्र मोदी द्वारा अडानी से सौदे का दबाव डालने का दावा करने वाले अधिकारी का इस्तीफ़ा
The Wire
सीलोन इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड के अध्यक्ष एमएमसी फर्डिनेंडो ने शुक्रवार को एक संसदीय समिति के सामने कहा था कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीलंकाई राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को मन्नार के एक पावर प्रोजेक्ट को अडानी समूह को देने को कहा था. राष्ट्रपति के इससे इनकार के बाद उन्होंने बयान वापस ले लिया था.
नई दिल्ली: श्रीलंका के बिजली प्राधिकरण के प्रमुख एमएमसी फर्डिनेंडो ने यह कहने कि- भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को अडानी समूह को एक बिजली परियोजना सौंपने को कहा था, के तीन दिन बाद इस्तीफा दे दिया. I have accepted the letter of resignation tendered to me by the CEB Chairman Mr MMC Ferdinando. Vice Chairman Nalinda Ilangaokoon will take over as the New Chairman CEB.
यह दावा करने के अगले दिन ही फर्डिनेंडो ने इसे वापस लेते हुए कहा था कि उन्होंने ‘भावनाओं में बहकर’ ऐसा कह दिया था. — Kanchana Wijesekera (@kanchana_wij) June 13, 2022
शुक्रवार 10 जून को श्रीलंकाई संसद की एक सार्वजनिक उपक्रम समिति (सीओपीई) के समक्ष उनकी गवाही ने श्रीलंका और भारत दोनों में राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया था, जहां दोनों ही देशों में विपक्ष ने अपनी-अपनी सरकारों पर नियमों के उल्लंघन के लिए निशाना साधा था.
रिपोर्ट के अनुसार, फर्डिनेंडो के इस्तीफे की घोषणा श्रीलंकाई बिजली और ऊर्जा मंत्री कंचना विजयशेखर ने ट्विटर पर की. उन्होंने लिखा कि फर्डिनेंडो का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है और उनकी जगह पर सीलोन इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड (सीईबी) के वर्तमान उपाध्यक्ष को प्रमुख बनाया जाएगा.