
श्रीनिवास ने जिनकी की थी मदद, पुलिस पूछताछ के बाद वो समर्थन में आए
The Quint
Srinivas BV| कांग्रेस नेताओं के अलावा कई पत्रकार और अन्य लोग भी अपना अनुभव शेयर कर बता रहे हैं कि कैसे श्रीनिवास ने उन तक मदद पहुंचाई. A team of Delhi Police’s Crime Branch arrived at the Indian Youth Congress office today
इंडियन यूथ कांग्रेस के चीफ श्रीनिवास बीवी से दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पूछताछ की है. कोरोना महामारी के दौरान लोगों को इंजेक्शन और दवाएं बांटने को लेकर उनके खिलाफ ये जांच शुरू हुई है. लेकिन पुलिस की पूछताछ को लेकर सोशल मीडिया पर उनके समर्थन में जमकर आवाजें उठने लगी हैं. कांग्रेस नेताओं के अलावा कई पत्रकार और अन्य लोग भी अपना अनुभव शेयर कर बता रहे हैं कि कैसे श्रीनिवास ने उन तक मदद पहुंचाई.बता दें कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान इंडियन यूथ कांग्रेस के चीफ श्रीनिवास बीवी लगातार ग्राउंड पर हैं. पिछले दिनों जब दिल्ली में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी चल रही थी और ये 50 हजार रुपये तक बिक रहा था, तो उन्होंने कई लोगों को ये इंजेक्शन उपलब्ध कराए. साथ ही कोरोना की अन्य दवाएं और ऑक्सीजन सिलिंडर को लेकर भी मदद की. जिसे लेकर हाईकोर्ट में सवाल उठाए गए थे. जिसके बाद पुलिस की ये जांच शुरू हुई है.‘पुलिस ये पता लगाए, दवा-ऑक्सीजन की कमी से क्यों मर रहे लोग’वरिष्ठ पत्रकार और पूर्व राज्यसभा सदस्य शाहिद सिद्दीकी ने इस मामले को लेकर ट्विटर पर बताया कि, “दिल्ली क्राइम ब्रांच से एक इंस्पेक्टर उनके पास आया और उनसे पूछा कि उन्होंने अपनी पत्नी के लिए दो रेमडेसिविर इंजेक्शन का इंतजाम कहां से किया. इंस्पेक्टर ने पूछा कि प्रियंका गांधी और मुकेश शर्मा से आपको इंजेक्शन कैसे मिले. ये लोग टैक्स पेयर्स का पैसा बर्बाद कर रहे हैं, ये पता लगाने में कि कैसे किसी की मदद हुई. ये पता नहीं लगाया जा रहा है कि दवा और ऑक्सीजन की कमी से लोग क्यों मर रहे हैं.”शाहिद सिद्दीकी के इस ट्वीट पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर दिया. प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर लिखा कि, "अगर किसी जरूरतमंद की मदद करना अपराध है, तो मैं ये अपराध बार-बार करूंगी. जब लोग मर रहे हों, दवा और ऑक्सीजन के लिए भाग रहे हों उस वक्त चुपचाप बैठे रहना मेरी नजर में इससे बड़ा अपराध है."If helping someone in need is now a crime, I will commit it again and again. To my mind itâs a far greater crime to silently watch and do nothing while people die desperately searching for medicine and gasping for air. https://t.co/67EAihrarC— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 14, 2021 कुछ और लोगों ने भी श्रीनिवास बीवी की तरफ से की गई मदद का जिक्र करते हुए पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया. पत्रकार आशीष पांडेय ने ट्विटर पर अपना अनुभव शेयर क...More Related News