
श्रीनगर में स्ट्रॉबेरी के फसल तैयार, कोरोना लॉकडाउन के कारण न मिल रहे खरीदार न दाम
ABP News
लगातार दो सालो से इस के किसानों को होने वाले नुकसान के बाद अब विभाग ने इन सभी को स्ट्रॉबेरी के साथ साथ अन्य किसी और फल को भी उगाने का मशवरा दिया है और अगर इन लोगों ने मिक्स्ड क्रॉप शुरू नहीं किया तो उनके लिए आगे काफी मुश्किल हो सकती हैं.
श्रीनगरः कश्मीर में गर्मियां आते ही विभिन्न प्रकार के फलों के आने का सीजन शुरू हो जाता है और सबसे पहले आने वाले फलों में स्ट्रॉबेरी का नंबर होता है. लेकिन, कोरोना के कारण लगातार दुसरे साल भी स्ट्रॉबेरी की खेती करने वाले किसानों को नुक्सान उठाना पड़ रहा है. श्रीनगर से 16 किलोमीटर दूर गासू गांव में स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए प्रसिद्ध है और बड़ी संख्या में युवा अपना रोज़गार कमाने के लिए इसे "कैश क्रॉप" के तौर पर करते रहते हैं. आम दिनों में एक एकड़ के खेत से परिवार आराम से 4-5 लाख कमा लेता है लेकिन पिछले दो सालो से किसानो को नुकसान हो रहा है. 40 साल के शबीर अहमद पिछले 5 साल से स्ट्रॉबेरी की खेती करते आये हैं लेकिन अभी वह इस बात से परेशान हैं कि तैयार माल कहां बेचें.More Related News