श्रीकांत बोल्ला: अरबों की कंपनी खड़ा करने वाले नेत्रहीन CEO
BBC
ग्रामीण भारत में रहने वाले श्रीकांत जब छह साल के थे, तब लगातार दो बरस तक हर दिन वह कई किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल पहुँचते थे. इस यात्रा में उनके सहपाठी और भाई उनकी मदद करते थे.
श्रीकांत बोल्ला के जीवन पर जल्द ही बॉलीवुड फ़िल्म बनने वाली है. इस नौजवान सीईओ ने 4.8 करोड़ पाउंड यानी क़रीब 483 करोड़ रुपये की एक कंपनी खड़ी की, लेकिन यह उतना आसान नहीं था.
एक किशोर के तौर पर, श्रीकांत को बताया गया था कि नेत्रहीन होने के कारण वे हाई स्कूल में गणित और विज्ञान नहीं पढ़ सकते. इसके बाद श्रीकांत यह मामला कोर्ट तक ले गए और फ़ैसला उनके हक़ में आया.
अरुंधति नाथ की यह रिपोर्ट उनकी कहानी की पड़ताल करती है.
ग्रामीण भारत में रहने वाले श्रीकांत जब छह साल के थे, तब लगातार दो साल तक हर दिन वह कई किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल पहुँचते. अपने सहपाठियों और भाई की मदद से श्रीकांत रोज़ यह सफ़र तय करते.
स्कूल का रास्ता कीचड़ भड़ा था, जो दोनों ओर से झाड़ियों से घिरा हुआ था और मॉनसून के समय तो यहां बाढ़ आ जाती थी, तो हालात और बदतर हो जाते.