शॉकिंग! इस देश में कुत्तों को खून पिला रहे लोग, दे रहे स्टेरॉयड्स, आखिर क्यों?
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इस नस्ल के कुत्तों को अगले साल तक के लिए बैन किया गया है. हाल के वक्त में ऐसे कुत्तों के हमले तेजी से बढ़ गए हैं. बावजूद इसके लोग इन्हें 'किलर' बनाने के लिए खतरनाक तरीके अपना रहे हैं.
कुत्ते लोगों को जितने प्यारे लगते हैं, वो कई बार उससे कहीं ज्यादा जानलेवा भी साबित होते हैं. भारत समेत दुनिया भर से लगातार ऐसी खबरें आ रही हैं, जिनमें कुत्तों के बेरहमी से काटने से इंसानों की मौत हुई. बीते साल ही लखनऊ से एक हैरतअंगेज मामला सामने आया था. यहां पिटबुल कुत्ते के हमले में एक 80 साल की बुजुर्ग महिला की मौत हो गई. ये इनका पालतू कुत्ता था. कुत्ते को खाना पीना सब दिया जा रहा था, बावजूद इसके उसने बुजुर्ग महिला को मार डाला. इससे पहले नोएडा से लिफ्ट में कुत्ते के काटे जाने की तमाम खबरें आईं. मगर बावजूद ऐसी घटनाओं के इन्हें पालने वाले लोग सावधानी नहीं बरत रहे.
एक देश के लोग तो ऐसे भी हैं, जो इन्हें ताकतवर बनाने के लिए अजीबोगरीब तरीके अपना रहे हैं. यहां कुत्तों को 'किलर्स' बनाने के लिए उन्हें खून पिलाया जा रहा है. उन्हें स्टेरॉयड दिए जा रहे. यहां तक कि कुत्तों को ट्रेडमिल पर भी दौड़ाया जा रहा है. ऐसा अमेरिकी एक्सएल बुली नस्ल के कुत्तों के साथ हो रहा है. इन्हें हाल में ही ब्रिटेन में बैन किया गया था. कुत्तों के हमलों की बढ़ रही घटनाओं के बीच ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक ने इन पर प्रतिबंध लगाया. उन्होंने इन कुत्तों के हमले से जुड़े कुछ वीडियो भी शेयर किए. साथ ही कहा कि अमेरिकन एक्सएल बुली नस्ल के कुत्ते हमारे समाज के लिए खतरा हैं, खासतौर पर बच्चों के लिए.
डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, कुत्तों के मालिकों को लेकर ब्रिटेन के पुलिस अधिकारी रॉब एलेयन ने कहा, 'ये लोग कुत्ते को ऐसा बना रहे हैं, जिससे आप पंगा नहीं लेना चाहेंगे. वो चाहते हैं कि उनके कुत्ते आकार में बड़े दिखाई दें. मैंने एक ऐसे शख्स से भी बात की, जो कसाई से खून लाकर अपने कुत्ते को पिला रहा है.' सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म टिकटॉक पर ऐसे कई वीडियो हैं, जिनमें एक्सएल बुली कुत्तों को 'बाइट वर्क' सिखाया जा रहा है. वो एक पैड को अपने जबड़े में दबा रहे हैं. ये प्रोसेस बार बार दोहराया जाता है. साल 2021 से अभी तक ब्रिटेन में इनकी वजह से कम से कम 9 मौत हुई हैं. इन्हें अगले साल तक के लिए ब्रिटेन में बैन कर दिया गया है.
कुत्तों की इस नस्ल को बेचने वालों का कहना है कि ये सामान्य रूप से बड़े आकार के ही होते हैं लेकिन इन्हें खरीदने वाले ही इन्हें और बड़ा दिखाने की कोशिश करते हैं. शख्स का कहना है, 'कुछ लोग मेरे कुत्तों को ले जाकर उन्हें स्टेरॉयड्स वाले इंजेक्शन लगाते हैं. और वो दूसरी चीजें भी उनके शरीर में पहुंचाते हैं, जिन्हें नहीं करना चाहिए, ताकि वो बड़े दिखें. इन सभी चीजों के साइड इफेक्ट होते हैं. वो फिर एक सामान्य कुत्ता नहीं रह जाता, वो एक अलग तरह का कुत्ता बन जाता है.'
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