![शीर्ष सात आईआईटी संस्थानों में से पढ़ाई छोड़ने वाले 63 फ़ीसदी छात्र आरक्षित श्रेणी से हैं](http://thewirehindi.com/wp-content/uploads/2021/08/IIT-Guwahati-iith.ac_.in_.jpg)
शीर्ष सात आईआईटी संस्थानों में से पढ़ाई छोड़ने वाले 63 फ़ीसदी छात्र आरक्षित श्रेणी से हैं
The Wire
राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में देश के शीर्ष सात आईआईटी से ग्रेजुएशन के दौरान ही पढ़ाई छोड़ने वाले आरक्षित श्रेणी के लगभग 63 फ़ीसदी छात्रों में लगभग 40 फ़ीसदी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदाय से आते हैं. वहीं, कुछ संस्थानों में ऐसे छात्रों का प्रतिशत 72 तक है.
नई दिल्ली: पिछले पांच वर्षों में देश के शीर्ष सात भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में से ग्रेजुएशन के दौरान ही पढ़ाई छोड़ने वाले (ड्रॉपआउट) लगभग 63 फीसदी छात्र आरक्षित श्रेणी से आते हैं. यह जानकारी बीते 5 अगस्त को राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा दिए गए आंकड़ों से सामने आई. द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, पढ़ाई छोड़ने वाले आरक्षित श्रेणी के इन 63 फीसदी अंडरग्रेजुएट छात्रों में लगभग 40 फीसदी अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) समुदाय से आते हैं. वहीं, कुछ संस्थानों में ऐसे एससी/एसटी छात्रों का प्रतिशत 72 तक है. इससे यह संकेत मिलता है कि इन पाठ्यक्रमों को छोड़ने वाले असमान रूप से समाज के वंचित तबके से आते हैं, जबकि केवल आधे अंडरग्रेजुएट आरक्षित श्रेणी से आते हैं, उसमें भी लगभग 23 फीसदी एससी/एसटी समुदाय से होते हैं.More Related News