
शीर्ष महानगरों में कोविड टीकाकरण में लिंगभेद, हज़ार पुरुषों के मुक़ाबले 694 महिलाओं को लगा टीका
The Wire
देश के 36 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में केवल नौ प्रदेश ऐसे रहे जहां पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक टीके लगे हैं. पूरे देश की बात करें तो टीकाकरण का लिंगानुपात प्रति एक हज़ार पुरुषों पर 954 महिलाएं है.
नई दिल्ली: भारत में अब तक 158 करोड़ लोगों को टीका लग चुका है. जिसमें पहला, दूसरा और ऐहतियाती (Precaution) टीका शामिल हैं, लेकिन इस बीच शीर्ष महानगरों में टीकाकरण के मामले में पुरुषों और महिलाओं की संख्या के बीच एक बड़ी खाई देखी गई है.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 18 जनवरी तक मुंबई में 1.10 करोड़ पुरुषों को टीके लगे, इसके मुकाबले महिलाओं की संख्या 76.98 लाख रही. यानी कि प्रति एक हजार पुरुषों पर 694 महिलाओं का टीकाकरण हुआ. जो इस शहर के लिंगानुपात (832) से बहुत कम है.
ऐसा ही अंतर दिल्ली में भी देखा गया. यहां पिछले एक साल में 1.64 करोड़ पुरुषों के मुकाबले 1.22 करोड़ महिलाओं का टीकाकरण हुआ, यानी कि प्रति एक हजार पुरुषों पर 742 महिलाएं. पिछली जनगणना के आधार पर दिल्ली का लिंगानुपात 868 है.
बेंगलुरू, चेन्नई और कोलकाता में भी यही पैटर्न देखा गया. प्रति एक हजार पुरुषों पर बेंगलुरू में 810 महिलाओं को टीका लगा, चेन्नई में 821 महिलाओं और कोलकाता में 812 महिलाओं का टीकाकरण हुआ. जनगणना के आधार पर बेंगलुरू, चेन्नई और कोलकाता का लिंगानुपात क्रमश: 916, 989 और 908 है.