शिवसेना ने सामना में कहा- यूपी में बीजेपी से सवर्ण वोटर छिटक रहे, ब्राह्मण वोटों का सहारा लेना पड़ रहा
ABP News
सामना में लिखा है कि कांग्रेस में अंदरूनी विद्रोह होता ही रहता है. इससे बीजेपी जैसी पार्टी भी मुक्त नहीं हैं. पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी आज परेशान हो गई है और चुनाव जीतने के लिए तृणमूल कांग्रेस से उधार लिए गए सभी लोग वापस अपने घर लौटने लगे हैं.
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए बीजेपी पर निशाना साधा है. शिवसेना ने सामना में संपादकीय के जरिए बीजेपी पर हमला करते हुए लिखा है कि यूपी में हालत इतने खराब हो चुके हैं कि बीजेपी को जितिन प्रसाद के जरिए ब्राह्मण वोटों का सहारा लेना पड़ रहा है. सामना में लिखा है कि यूपी में बीजेपी से सवर्ण वोटर छिटक रहे हैं. अब तक राज्य में बीजेपी को किसी गणित या चेहरे की जरूरत नहीं पड़ी थी लेकिन अब ऐसा करना पड़ रहा है. "बीजेपी को जितिन प्रसाद के ब्राह्मण वोटों का सहारा लेना पड़ रहा"सामना में लिखा है, उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में बुरी तरह हारने वाले जितिन प्रसाद आखिरकार भाजपाई बन गए हैं. जितिन प्रसाद के आगमन का बीजेपी में जश्न मनाया जा रहा है. इसकी वजह उत्तर प्रदेश में चुनाव का जातीय गणित है. यदि उत्तर प्रदेश के ब्राह्मण वोटों पर प्रसाद का इतना प्रभाव था तो इन मतों को वे कांग्रेस की ओर क्यों नहीं मोड़ सके? इसका दूसरा अर्थ ये भी लगाया जा सकता है कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी समर्थक उच्च जाति के मतदाता अब उनसे दूर जा रहे हैं. अब तक उत्तर प्रदेश में बीजेपी को किसी और गणित व चेहरे की जरूरत नहीं पड़ी थी. सिर्फ नरेंद्र मोदी ही सब कुछ यही नीति थी. राम मंदिर या हिंदुत्व के नाम पर वोट मिल रहे थे. अब उत्तर प्रदेश में अवस्था इतनी खराब हो गई है कि जितिन प्रसाद के ब्राह्मण वोटों का सहारा लेना पड़ रहा है.More Related News