शशि कपूर को खूबसूरत होने का नुकसान हुआ था: विवेचना
BBC
शशि कपूर को न सिर्फ़ सुंदर चेहरे बल्कि उनके शानदार अभिनय के लिए भी जाना जाता है. उनके 84वें जन्मदिन पर उनके जीवन से जुड़े कई पक्षों को याद कर रहे हैं रेहान फ़ज़ल विवेचना में.
शशि कपूर के बारे में कहा जाता था कि वो अपने ज़माने में भारतीय फ़िल्म जगत के सबसे हैंडसम फ़िल्म अभिनेता थे.
शर्मिला टैगोर को अभी तक याद है जब शशि कपूर 'कश्मीर की कली' के सेट पर अपने भाई शम्मी कपूर से मिलने आए थे. वो कहती हैं, "मैं उस समय 18 साल की थी. मैंने अपने-आप से कहा था, 'ओ माई गॉड दिस इज़ शशि कपूर.' मैं उन्हें देखते ही रह गई थी. मैं काम नहीं कर पाई थी और निर्देशक शक्ति सामंत को मजबूर होकर शशि कपूर से सेट से चले जाने के लिए कहना पड़ा था."
शशि कपूर की सुंदरता पर एक बार मशहूर इटालियन अभिनेत्री जीना लोलोब्रिजीडा भी मोहित हो गई थीं.
मशहूर फ़िल्म निर्देशक इस्माइल मर्चेंट अपनी आत्मकथा 'पैसेज टू इंडिया' में लिखते हैं, "शशि कपूर की फ़िल्म 'शेक्सपियरवाला' बर्लिन फ़िल्म समारोह में दिखाई जा रही थी. शशि कपूर भी वहाँ पहुंचे हुए थे. एक शाम वो, उनकी हीरोइन मधुर जाफ़री और जीना लोलोब्रिजीडा इत्तेफ़ाक से एक ही लिफ़्ट में चढ़े और इस्माइल मर्चेंट के अनुसार जीना को शशि को देखते ही उनसे इश्क हो गया."
इस्माइल मर्चेंट लिखते हैं, "अगली सुबह उन्होंने शशि को गुलाब के फूलों का एक गुच्छा भेजा. लेकिन उन्हें ग़लतफ़हमी हो गई थी कि शशि का नाम मधुर है, इसलिए वो फूल मधुर जाफ़री के पास पहुंच गए. जीना को अपना प्रणय निवेदन ठुकराए जाने की आदत नहीं थी इसलिए समारोह के आख़िरी दिन उन्होंने शशि से पूछ ही डाला कि आपने मेरे फूलों का जवाब नहीं दिया. तब जाकर पता चला कि शशि तक जीना का बूके पहुँचा ही नहीं था. शशि कपूर को बहुत मायूसी हुई कि इस ग़लतफ़हमी की वजह से उनके हाथ से इतना अच्छा मौका निकल गया."