शनिदेव का साथ देंगे स्वर्ग के सलाहकार देवगुरु बृहस्पति, आज से चार माह रहेंगे वक्री
ABP News
Guru-Shani Vakri : देवगुरु बृहस्पति वक्री हो गए हैं. उनकी उलटी चाल 18 अक्टूबर 2021 तक रहेगी. शनिदेव और देवगुरु की वक्रता आगामी दिनांे में बड़े आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक घटनाक्रमों की साझी हो सकती है.
ग्रहों की उल्टी चाल उनकी सक्रियता को बढ़ा देती है. परिणामस्वरूप ग्रह गोचर का प्रभाव बढ़ जाता है. आगामी कुछ माह तक सौरमंडल के सबसे बड़े ग्रहों में शामिल गुरु और शनि वक्री बने रहेंगे. शनिदेव पूर्व से वक्री हैं. गुरुदेव आज रात 8 बजकर 35 मिनट से वक्री हो गए हैं. उनकी उल्टी चाल 18 अक्टूबर 2021 को दिन 11 बजे पूर्ण होगी. वे पुनः मार्गी हो जाएंगे. इन दो बड़े ग्रहों के प्रभाव से आगामी कुछ माह विभिन्न राशियों के लिए अप्रत्याशित और आकस्मिक परिणाम के साक्षी बन सकते हैं. न्याय और ज्ञान के ग्रहों की सक्रियता से समाज में अधिकार और अध्ययन में रुचि बढ़ेगी. जनता के कारक शनिदेव की कृपा से लोग न्याय पाएंगे. देश दुनिया में न्याय व्यवस्था मजबूत होगी. गुरु के प्रभाव अकादमिक शिक्षा व्यवस्था को गति मिलेगी. शिक्षण संस्थाओं में ऊर्जा का संचार होगा. गुरु की महत्ता बढ़ेगी.More Related News