व्यापमं केस के व्हिस्लब्लोअर आनंद राय को MP पुलिस ने क्यों किया गिरफ्तार? जानें पूरा मामला
AajTak
मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यापम मामले के व्हिस्लब्लोअर रहे डॉक्टर आनंद राय को दिल्ली के होटल से गिरफ्तार कर लिया गया. इसकी जानकारी उन्होंने खुद ट्वीट के जरिए दी.
व्यापमं केस के व्हिस्लब्लोअर डॉक्टर आनंद राय को भोपाल क्राइम ब्रांच ने दिल्ली के एक होटल से गिरफ्तार किया है. डॉ. आनंद राय ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. आनंद राय के खिलाफ मुख्यमंत्री कार्यालय के उपसचिव ने एफआईआर दर्ज करवाई थी क्योंकि आनंद राय ने कुछ दिन पहले शिक्षक पात्रता परीक्षा के स्क्रीनशॉट वायरल होने के बाद उन पर आरोप लगाए थे.
गुरुवार देर रात आनंद राय ने एक ट्वीट किया. जिसके बाद दिल्ली से उनकी गिरफ्तारी की जानकारी सार्वजनिक हुई. आनंद राय ने ट्वीट करते हुए लिखा 'मुझे दिल्ली के होटल काबली से क्राइम ब्रांच भोपाल ने हिरासत में ले लिया है, सभी कार्यकर्ता शुभचिंतक भोपाल पहुंचे'
मुझे दिल्ली से होटल काबली से क्राइम ब्रांच भोपाल ने हिरासत में ले लिया है, सभी कार्यकर्ता शुभचिंतक भोपाल पहुँचे @VTankha @KapilSibal
आनंद राय के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने ट्वीट किया 'आश्चर्य जनक आनंद के अनुसार मध्य प्रदेश पुलिस दिल्ली के होटल से उसे बिना किसी वॉरंट के अरेस्ट कर रही है. कपिल सिब्बल का भी फोन मुझे आया. ऐसा प्रॉसेस पूरी तरह से गलत प्रतीत होता है. कानूनी तौर से दिल्ली पुलिस को अपने क्षेत्राधिकार में यह अरेस्ट बिना वॉरंट नहीं अलाउ करनी चाहिए'
आश्चर्य जनक आनंद के अनुसार मप्र पुलिस दिल्ली के होटल से उसे बिना किसी वॉरंट के अरेस्ट कर रही है। @KapilSibal जी का भी फ़ोन आया मुझे। ऐसा प्रॉसेस पूर्ण तह illegal प्रतीत होता है। क़ानूनी तौर से @DelhiPolice को अपने jurisdiction में यह अरेस्ट बिना वॉरंट नहीं अलाउ करनी चाहिए।
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.