
विप्लव त्रिपाठी: असम राइफ़ल्स के काफिले पर हुए हमले में मारे गए कर्नल की कहानी
BBC
मणिपुर में शनिवार को हुए चरमपंथियों के हमले में असम राइफ़ल्स के पांच जवानों की मौत हो गई. मारे जाने वालों में छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के रहने वाले कर्नल विप्लव त्रिपाठी भी थे, जिनकी पत्नी अनुजा और साढ़े छह साल के बेटे अबीर भी इस हमले में मारे गए हैं.
"बुलु कहता था कि फ़ौज़ में हैं तो कुर्बानी के लिए तो हमेशा तैयार रहना होता है. लेकिन जिस तरह से उसकी शहादत हुई, उससे हम सब सदमे में हैं. उसने जल्दी ही आने का वादा किया था लेकिन अब वो कभी नहीं आएगा."
ये सब बताते हुए बुलु यानी विप्लव त्रिपाठी के मित्र अभिषेक की आवाज़ भर्रा जाती है.
मणिपुर में शनिवार को हुए चरमपंथियों के हमले में असम राइफल्स के पांच जवानों की मौत हो गई. मारे जाने वालों में छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के रहने वाले कर्नल विप्लव त्रिपाठी भी थे, जिनकी पत्नी अनुजा और साढ़े छह साल का बेटा अबीर भी इस हमले में मारे गए.
विप्लव त्रिपाठी के पारिवारिक मित्र निशांत सारस्वत बताते हैं कि रायगढ़ शहर में फ़ौज़ में जाने वाले लोगों की संख्या गिनी-चुनी थी. उस समय विप्लव ने सैनिक स्कूल में प्रवेश के लिए ज़िद की और फिर वे उसी रास्ते पर आगे बढ़ते चले गए.
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