
विप्रो ने प्रतिद्वंद्वी संस्थानों के लिए भी काम कर रहे 300 कर्मचारियों को निकाला: ऋषद प्रेमजी
The Wire
इस कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर विप्रो के चेयरमैन ऋषद प्रेमजी ने कहा कि कंपनी के पास ऐसे किसी भी कर्मचारी के लिए कोई स्थान नहीं है, जो विप्रो के ‘पेरोल’ पर रहते हुए प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के साथ भी काम करता है.
नई दिल्ली: सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी विप्रो लिमिटेड ने एक साथ दो जगह काम करने यानी ‘मूनलाइटिंग’ को लेकर 300 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है. There is a lot of chatter about people moonlighting in the tech industry. This is cheating – plain and simple. My thoughts on the trending 'M word'… It's necessary to keep changing with the times, and as always, I welcome disruption in the ways we work https://t.co/Y23oohAvDm
जब कोई कर्मचारी अपनी नियमित नौकरी के साथ ही चोरी-छिपे दूसरी जगह भी काम करता है तो उसे तकनीकी तौर पर ‘मूनलाइटिंग’ कहा जाता है. — Rishad Premji (@RishadPremji) August 20, 2022 — CP Gurnani (@C_P_Gurnani) August 28, 2022
बुधवार को विप्रो के चेयरमैन ऋषद प्रेमजी ने कहा है कि कंपनी के पास ऐसे किसी भी कर्मचारी के लिए कोई स्थान नहीं है जो विप्रो के ‘पेरोल’ पर रहते हुए प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के साथ भी भी काम करता है.
ऋषद ने कहा कि कंपनी ने 300 कर्मचारियों को प्रतिद्वंद्वी संस्थान के साथ काम करते हुए पाया है और उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें कंपनी से निकाल दिया है.