![वाराणसी की ज्ञानवापी के बाद अब मथुरा में शाही ईदगाह परिसर के ASI सर्वे मंजूरी, जानिए क्या हैं फैसले के मायने?](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202312/mathura_4-sixteen_nine.jpg)
वाराणसी की ज्ञानवापी के बाद अब मथुरा में शाही ईदगाह परिसर के ASI सर्वे मंजूरी, जानिए क्या हैं फैसले के मायने?
AajTak
हिंदू पक्ष के वकील विष्णु जैन ने कहा, शाही ईदगाह मस्जिद में हिंदू मंदिर के बहुत सारे चिन्ह और प्रतीक हैं, और वास्तविक स्थिति जानने के लिए ASI सर्वे जरूरी है. उन्होंने कहा, इससे साफ हो जाएगा कि मस्जिद के अंदर हिंदू चिन्ह हैं या नहीं.
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर से सटे शाही ईदगाह परिसर के ASI सर्वे को मंजूरी दे दी है. हिंदू पक्ष ने शाही ईदगाह परिसर के सर्वेक्षण के लिए अदालत की निगरानी में एक एडवोकेट कमिश्नर की नियुक्ति की मांग की थी. इसे हाईकोर्ट ने मान लिया है. हालांकि, ASI की तारीख और एडवोकेट कमिश्नर कौन होगा, इस पर फैसला 18 दिसंबर को किया जाएगा. हिंदू पक्ष इस फैसले को अपनी बड़ी जीत मान रहा है. आईए जानते हैं कि इस फैसले के मायने क्या हैं?
- यह पहला मौका नहीं है, जब किसी धार्मिक विवाद वाली जगह के ASI सर्वे को मंजूरी दी गई हो. इससे पहले अयोध्या में बाबरी मस्जिद का ASI सर्वे कराया गया था. हाल ही में वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद के ASI सर्वे को भी मंजूरी दी गई थी.
हिंदू पक्ष का क्या है दावा?
हिंदू पक्ष का कहना है कि भगवान श्री कृष्ण का जन्मस्थान मस्जिद के नीचे है और वहां कई संकेत हैं जो स्थापित करते हैं कि मस्जिद एक हिंदू मंदिर था. इसके अलावा मस्जिद के नीचे एक कमल के आकार का स्तंभ और 'शेषनाग' की एक छवि भी मौजूद है, जो हिंदू देवताओं में से एक हैं. इतना ही नहीं हिंदू पक्ष ने दावा किया है कि मस्जिद के स्तंभों के निचले भाग पर हिंदू धार्मिक प्रतीक और नक्काशी है.
मस्जिद के नीचे क्या है? ASI सर्वे से साफ होगी तस्वीर
मस्जिद खाली स्थान पर बनी है, या इसे मंदिर को तोड़कर बनाया गया है, ASI सर्वे से ऐसे तमाम सवालों के जवाब आसानी से मिल सकते हैं. हिंदू पक्ष के वकील विष्णु जैन ने कहा, शाही ईदगाह मस्जिद में हिंदू मंदिर के बहुत सारे चिन्ह और प्रतीक हैं, और वास्तविक स्थिति जानने के लिए ASI सर्वे जरूरी है. उन्होंने कहा, इससे साफ हो जाएगा कि मस्जिद के अंदर हिंदू चिन्ह हैं या नहीं. इतना ही नहीं ASI सर्वे से इस पूरे विवाद पर फैसला सुनाते वक्त भी कोर्ट को काफी मदद मिलेगी. उन्होंने कहा, अगर सर्वे होता है, वास्तविक स्थिति का पता चल जाएगा.
![](/newspic/picid-1269750-20250216071535.jpg)
आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने कहा कि यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और मैं पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं यह रेलवे का कुप्रबंधन है जिसके कारण इतने लोगों की जान चली गई. रेल मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए, उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए. कुंभ पर सवाल पूछे जाने पर पूर्व रेल मंत्री ने कहा कि 'कुंभ का क्या कोई मतलब है, फालतू है कुंभ.
![](/newspic/picid-1269750-20250216064455.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की जान चली गई, जिसमें 9 महिलाएं और कई बच्चे शामिल हैं. स्टेशन पर बिखरे सामान, जूते और कपड़े इस घटना की गवाही दे रहे हैं. भगदड़ के दौरान लोग जान बचाने के लिए सीढ़ियों और एस्केलेटर पर दौड़ पड़े. प्लेटफॉर्म पर सीमित जगह के कारण स्थिति और भी भयावह हो गई. देखें वीडियो.
![](/newspic/picid-1269750-20250216061033.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ पर रेलवे का बयान सामने आया है. नॉर्दर्न रेलवे के CPRO हिमांशु शेखर उपाध्याय के अनुसार, प्लेटफॉर्म 14-15 के बीच फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियों पर एक यात्री के फिसलने से भगदड़ मच गई. उन्होंने बताया कि इस समय प्लेटफॉर्म 14 पर मगध एक्सप्रेस और प्लेटफॉर्म 15 पर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस खड़ी थी. देखें वीडियो.
![](/newspic/picid-1269750-20250216061019.jpg)
प्रयागराज में संगम स्नान के बाद पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (डीडीयू) पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा जाने वाली ट्रेनों में जबरदस्त दबाव देखने को मिल रहा है. हालात को संभालने के लिए RPF और GRP की टीम तैनात है, लेकिन यात्रियों की भारी भीड़ के कारण प्लेटफॉर्म पर अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है.
![](/newspic/picid-1269750-20250216050509.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ के बाद तस्वीरें सामने आई हैं. अपनी जान बचाने के लिए कई लोगों ने फुटओवर ब्रिज से प्लेटफॉर्म शेड पर छलांग लगा दी, जिससे कई यात्री घायल हो गए. भगदड़ के बाद प्लेटफॉर्म पर जूते, बैग, टूटी चप्पलें और यात्रियों का सामान बिखरा पड़ा है, जिसे अब हटाने का काम जारी है.
![](/newspic/picid-1269750-20250216050500.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (NDLS) पर हुई भगदड़ के भयावह मंजर को याद कर लोगों की रूह कांप रही है. हादसे की गवाह एक महिला ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ प्रयागराज जाने के लिए निकली थीं. महिला ने कहा कि हम आधे घंटे तक दबे रहे, मेरी ननद की मौत हो गई... हम उसे उठाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन मुंह से झाग आ रहा था.