वायरल होने के लिए लगाई थी जंगल में आग, चमोली पुलिस की गिरफ्त में बिहार के तीन युवक
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आरोपियों के खिलाफ थाना गैरसैंण में धारा 26 भारतीय वन अधिनियम, 34, 435, 505 भारतीय दंड विधान द्वारा सार्वजनिक सम्पत्ति नुकसान निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया है. युवकों ने पूछताछ में बताया कि सोशल मीडिया पर लाइक्स और फॉलोवर बढ़ाने और फेमस होने के लिए ये वीडियो बनाया गया था.
उत्तराखंड में चमोली केल जंगलों में आग की घटनाएं बढ़ रही हैं. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कुछ युवक वनाग्नि को बढ़ावा देते हुए नजर आ रहे हैं. चमोली पुलिस ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए जांच की तो सामने आया कि, वीडियो पांडवाखाल (गैरसैंण) का है. पुलिस द्वारा एक्शन लेते हुए तीनों युवकों बृजेश कुमार निवासी बिहार, सलमान निवासी बिहार और सुखलाल निवासी बिहार को गिरफ्तार कर लिया गया है. वही, उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जंगल की आग की घटनाओं के संबंध में निर्देश जारी किए हैं.
आरोपियों के खिलाफ थाना गैरसैंण में धारा 26 भारतीय वन अधिनियम, 34, 435, 505 भारतीय दंड विधान द्वारा सार्वजनिक सम्पत्ति नुकसान निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया है. युवकों ने पूछताछ में बताया कि सोशल मीडिया पर लाइक्स और फॉलोवर बढ़ाने और फेमस होने के लिए ये वीडियो बनाया गया था.
लोगों से की गई अपील वहीं इस मामले में पुलिस की ओर से अपील करते हुआ कहा गया है, ऐसी घटना सामने आने पर तुरंत ही वन विभाग को सूचित करें. इन दिनों पर्वतीय क्षेत्रों में कुछ अराजक तत्वों द्वारा जंगलों में आग लगाई जा रही है, जिस वजह से वनाग्नि की घटनाओं में वृद्धि हो रही है. वनाग्नि की वजह से पेड़ों, जीव-जंतुओं और पर्यावरण को तो नुकसान होता ही है, वहीं वायु प्रदूषण और ताप की समस्या भी पर्यावरण को प्रभावित करती है. जंगलों में आग लगने से वन्य जीवन बहुत प्रभावित होता है और वन सम्पदा को भी भारी क्षति पहुंचती है.
पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार ने आम जन से अपील करते हुए कहा है कि ऐसी घटना के मामले में स्थानीय निवासी पहले सूचना देने वाले होते हैं. उन्होंने कहा कि आप सभी कहीं भी आग लगने पर वन विभाग व फायर सर्विस को सूचित करें. आग लगाने वाले अराजक तत्वों की जानकारी देने में सहयोग करें, जो भी व्यक्ति वनों में आग लगाता है या आग लगाने का दोषी पाया जाता है, उसके विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर करते हुए कड़ा एक्शन लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर इस प्रकार के वीडियो अपलोड न करे व बिना जांचे-परखे ऐसे वीडियो फॉरवर्ड न करें.
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