
वख़ान कॉरिडोर: अफ़ग़ानिस्तान में ‘सिल्क रूट’ के अहम हिस्से से ग़ुजरेगी चीन की सड़क गुजरेगी
BBC
कई वर्षों तक वख़ान कॉरिडोर चीन को भूमध्य सागर से जोड़ने के लिए बनाए सिल्क रूट का महत्वपूर्ण हिस्सा था. अब ये चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव का हिस्सा है.
चीन, ईरान, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज़्बेकिस्तान से मिलती सीमाएं यह साबित करने के लिए काफी हैं कि एशिया में अफ़ग़ानिस्तान का वही स्थान है, जो इंसान के शरीर में दिल का है. तीन करोड़ 20 लाख से अधिक आबादी वाले इस देश की लगभग एक चौथाई आबादी मज़ार-ए-शरीफ़ जैसे बड़े शहरों में रहती है. मज़ार-ए-शरीफ़ देश की राजधानी काबुल से 320 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में स्थित है. देश के इस चौथे सबसे बड़े शहर का केंद्र 'हज़रत अली का मज़ार है', जो स्थानीय मान्यताओं के अनुसार पैगंबर-ए-इस्लाम के दामाद और इस्लाम के चौथे ख़लीफ़ा का अंतिम विश्रामस्थल है. यह मज़ार इस्लामी वास्तुकला का एक मास्टरपीस है और ये सफेद फ़ाख़्ताओं यानी सफेद कबूतर (डव) के लिए भी मशहूर है. स्थानीय लोगों का मानना है कि अगर किसी पक्षी के पंख किसी अलग रंग के होते हैं और वह इस मज़ार के परिसर में दाख़िल हो जाये, तो उसके पंख पारदर्शी और सफेद हो जाते हैं.More Related News