लोकसभा चुनाव पहली बार बगैर किसी हिंसा का हुआ सम्पन्न- बोले झारखंड के DGP
AajTak
झारखंड के डीजीपी (DGP) अजय कुमार सिंह ने राजधानी रांची की कानून व्यवस्था को बेहतर करने को लेकर समीक्षा बैठक की. बैठक में रांची जोन के आईजी, डीआईजी, एसएसपी, सिटी एसपी समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी शामिल हुए. इस दौरान डीजीपी ने कहा है कि झारखंड में पहली बार सभी 14 सीटों पर हिंसा के बिना मतदान संपन्न हुआ है.
झारखंड के डीजीपी (DGP) अजय कुमार सिंह ने कहा है कि झारखंड में पहली बार सभी 14 सीटों पर हिंसा के बिना मतदान संपन्न हुआ है. राज्य में 3479 बूथ नक्सल प्रभावित हैं, जबकि 9460 संवेदनशील श्रेणी के. कहीं से भी किसी तरह की हिंसा नहीं हुई. चुनाव में 40 हजार जवानों को लगाया गया था. राज्य पुलिस के अलावा केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 200 कंपनियों को तैनात किया गया था.
पहली बार 40 बूथों पर चुनाव संपन्न कराया गया. इससे पहले इन 40 बूथों पर मतदान नहीं हुए थे. उन्होंने चुनाव कार्य में लगे पुलिस के अधिकारियों व जवानों को बधाई दी. डीजीपी ने आगे बताया कि गुमला के 13, लोहरदगा के 14, चाईबासा के 126, लातेहार के 65 और गढ़वा के 8 बूथों पर हेलीकॉप्टर से जवानों व मतदान कर्मियों को पहुंचाया गया.
ये भी पढ़ें- झारखंड: विधानसभा के पास पहुंचा जंगली हाथी, पूरी रात परेशान रही पुलिस टीम
'साल 2023 में आपराधिक घटनाओं में आई कमी'
आचार संहिता के दौरान 243 हथियार जब्त किया गया. 14581 लाइसेंसी हथियार को जमा कराया गया और 2052 हथियार का लाइसेंस रद्द किया गया. साथ ही जांच के दौरान पुलिस ने 84.52 करोड़ रुपये जब्त किया. साल 2021 और 2022 की तुलना में साल 2023 में आपराधिक घटनाओं में कमी आई है. उन्होंने कहा कि हत्या, लूट, गृहभेदन, चोरी, फिरौती के लिए अपहरण, दुष्कर्म जैसी घटनाओं में साल 2021 और 2022 की तुलना में 2023 में कमी आई है.
'कानून व्यवस्था को बेहतर करने को लेकर की समीक्षा'
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.