'लहंगा रिमोट से उठाने वाले आज बन गए सांसद-विधायक,' पंचायत आजतक में बोलीं नेहा सिंह राठौर
AajTak
Madhya Pradesh Panchayat Aaj Tak: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पंचायत आजतक के मंच पर लोक गायक नेहा सिंह राठौर ने शिरकत की. उन्होंने कहा, भोजपुरी के गीतों में भाषाई मर्यादा को लेकर सवाल उठाए. नेहा ने कहा कि ऐसे गीत गाने वालों से सवाल पूछा जाना चाहिए. नेहा ने वीर सैनिकों की विधवा का दर्द गाकर सुनाया. इसके साथ ही बेरोजगारी को लेकर भी गीत सुनाया.
Madhya Pradesh Panchayat Aaj Tak: मध्य प्रदेश पंचायत आजतक के मंच पर लोक गायक नेहा सिंह राठौर ने शिरकत की. उन्होंने 'MP में का बा' कार्यक्रम में लोक गायन के जरिए सरकार पर कटाक्ष किए. नेहा ने गीतों की भाषा को लेकर भी सवाल किया और कहा, आज 'लहंगा रिमोट से उठाने वाले' सांसद-विधायक बन गए हैं.
मैंने पहली बार भोजपुरी में मौलिक अधिकारों को लेकर गीत लिखे हैं. जबकि ज्यादातर जो वीआईपी गेस्ट बनकर आते हैं और वो गाते हैं- तुहर लहंगा उठा दें रिमोट से. शिकायत यह है कि भोजपुरी को लेकर उनसे सवाल नहीं किए जाते हैं कि उन्होंने ऐसे गीत क्यों गाए?
'मैं बेरोजगार और मजदूर-किसान पर गीत गाती हूं'
नेहा ने कहा, मैं लोक-गीत गाती हूं. लोक में कौन है? लोक में बेरोजगार है. मजदूर और किसान है. मैं उसके गीत गा रही हूं. जी 20 तो मैंने सिर्फ टीवी में देखा है. मुझे तो बुलाया ही नहीं गया है. उससे मेरा लेना देना ही नहीं है. मैं क्या बोलूं उसके बारे में.
'नेहा ने सैनिक की विधवा का दर्द सुनाया'
नेहा ने कहा कि आजकल बॉर्डर का मौसम अच्छा नहीं है. उन्होंने एक सैनिक की विधवा का दर्द सुनाया. नेहा ने कहा, हो कईसन भीड़ लगल हो, दुअरवाए बलमजी... काहे तिरंगा में लिपटल अईला घरवाए बलमजी. नेहा ने संविधान गीत भी सुनाया. इसमें मौलिक अधिकार को लेकर आवाज उठाई.
पाकिस्तान में इमरान खान की अपील पर उनके समर्थक विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. वे डी-चौक तक मार्च करना चाहते थे, लेकिन उन्हें कंटेनर लगाकर बीच में ही रोक दिया गया है. दरअसल, इस क्षेत्र में संसद, पीएम और राष्ट्रपति का कार्यालय, और सुप्रीम कोर्ट भी है. यहां से एक चौंका देने वाला वीडियो सामने आया है, जहां सेना के जवान ने नमाज पढ़ रहे एक शख्स को कंटेनर से नीचे फेंक दिया.
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हम लगेज पॉलिसी लेकर आए हैं, जब भी हम कुछ लागू करते हैं, तो हमें सुझाव मिलते हैं, जनता की मांग थी कि दूध और सब्जी का उत्पादन करने वाले या सप्लाई करने वाले किसानों को हमारी बसों में रियायत दी जाए, हमने उनकी मांग को स्वीकार किया और दूध और सब्जी सप्लायरों के लिए टिकट हटा दिए हैं.
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एहतियाती उपायों की समीक्षा के लिए सचिवालय में हाईलेवल बैठक बुलाई. इस दौरान भारी बारिश की संभावना वाले क्षेत्रों में NDRF और SDRF की टीमों को तैनात करने का निर्देश दिया. कुल 17 टीमों को तैनात किया गया है, इसमें चेन्नई, तिरुवरुर, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम और कुड्डालोर और तंजावुर जिले शामिल हैं.
हिंदू संगठन 'बांग्लादेश सम्मिलित सनातनी जागरण जोते' एक बयान में कहा कि वकील सैफुल इस्लाम की हत्या में कोई सनातनी शामिल नहीं है. एक समूह सुनियोजित हत्या को अंजाम देकर सनातनियों पर दोष मढ़ने की कोशिश की जा रही है. हिंदू संगठन ने चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की तत्काल बिना शर्त रिहाई और चिटगांव हिंसा की न्यायिक जांच की मांग की है.