लखीमपुर खीरी हिंसा मामले पर सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई, CBI जांच की मांग
The Quint
Lakhimpur Kheri Violence| लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में दो वकीलों की तरफ से दायर की गई है याचिका, उच्च न्यायिक जांच की भी मांग, Lakhimpur Kheri Violence CJI NV Ramana and other two justices hear case
यूपी के लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) मामले में एक बार फिर 20 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी. इस बार दो वकीलों की तरफ से दायर की गई याचिका पर ये सुनवाई होने जा रही है. याचिकाकर्ताओं ने मांग की है कि इस मामले की हाई लेवल न्यायिक जांच हो और सीबीआई को भी इसमें शामिल किया जाए. ADVERTISEMENTइस याचिका पर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमना, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस हिमा कोहली की बेंच सुनवाई करेगी.3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र के बेटे के काफिले की कारें किसानों के चत्थे को कुचलती हुई निकल गईं. जिसमें चार किसानों की मौत हो गई, जबकि तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं और एक पत्रकार की भी मौत हुई.सुप्रीम कोर्ट ने खुद लिया था संज्ञानइस घटना के बाद किसान संगठनों की मांग पर यूपी पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली थी. जिसमें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे का नाम भी शामिल था. लेकिन तमाम विपक्षी नेताओं को लखीमपुर खीरी आने से रोक दिया गया. इस बीच आरोपियों पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई. आखिरकार सुप्रीम कोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया और यूपी पुलिस से पूछा कि अब तक उन्होंने इस मामले में कितने लोगों को गिरफ्तार किया है? आनन-फानन में पुलिस ने कार्रवाई शुरू करते हुए कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया. लेकिन केंद्रीय मंत्री के बेटे को गिरफ्तार नहीं किया गया.इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने एक बार फिर 8 अक्टूबर को यूपी सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि जो एक्शन हुआ है, उससे हम संतुष्ट नहीं हैं. इसके बाद मंत्री के बेटे आशीष मिश्र की गिरफ्तारी हुई. अब तक इस मामले में 10 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं.ADVERTISEMENT...