रेवन्ना सेक्स स्कैंडल में SIT के सामने चुनौती, हेल्पलाइन नंबर जारी होने के बावजूद आगे नहीं आ रहीं पीड़ित महिलाएं
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जनता दल (सेक्युलर) के नेता प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े कर्नाटक के कथित सेक्स स्कैंडल मामले में राज्य सरकार और एसआईटी के सामने कई चुनौतियां सामने आ रही हैं. एसआईटी ने वीडियो क्लिप से पहचाने गए कई पीड़ितों को शिकायत दर्ज कराने के लिए आगे आने को कहा है.
हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े कथित ‘सेक्स स्कैंडल’ की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) के सामने कई चुनौतियां सामने आ रही है. सबसे बड़ी चुनौती यह है कि वायरल किए जा रहे वीडियो में नजर आ रहे पीड़ितों से संपर्क कर उन्हें सामने लाना, तांकि केस को मजबूत किया जा सके. एसआईटी ने वीडियो क्लिप से पहचाने गए कई पीड़ितों को शिकायत दर्ज कराने के लिए आगे आने को कहा है.
एसआईटी ने एक नई प्रेस रिलीज जारी कर पीड़ितों से आगे आने और अपना विवरण साझा करने का अनुरोध किया है. इतना ही नहीं उन्हें आश्वस्त किया है कि उनकी पहचान और जानकारी को गोपनीय रखा जाएगा. एसआईटी ने लोगों को वीडियो और तस्वीरें फैलाने के खिलाफ चेतावनी दी है और कहा है कि ऐसा करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. मीडिया संस्थानों को मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए अत्यधिक जिम्मेदारी के साथ काम करने को कहा गया है.
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एसआईटी की रिलीज में कही गई हैं ये बातें
एसआईटी की तरफ से जो प्रेस रिलीज जारी की गई है, उसमें जो अहम बातें कहीं गई हैं वो इस प्रकार हैं-
1. उक्त मामले से संबंधित किसी भी वीडियो को वेबसाइटों पर (व्हाट्सएप जैसे मैसेंजर ऐप सहित) साझा करना आईटी अधिनियम की धारा 67 (ए) और आईपीसी की धारा 228 ए (1), 292 के तहत दंडनीय अपराध है. निजी मैसेजिंग ऐप्स के माध्यम से साझा करने का भी पता लगाया जा रहा है. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. यह पीड़िताओं से संबंधित है और महिलाओं की गरिमा और गोपनीयता को कमजोर करता है, जिसे गंभीरता से लिया जाएगा.
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