रूस में फंसे नेपाली लोगों ने भारत सरकार से की मदद की अपील, कहा-हमारी सरकार कुछ नहीं कर रही
AajTak
रूस में फंसे नेपाली लोगों ने भारत सरकार से उन्हें बचाने की अपील की है. क्योंकि नेपाली सरकार से उन्हें कोई मदद नहीं मिल पा रही है. उनके साथ ट्रैवल एजेंटों ने धोखाधड़ी की, जिन्होंने उन्हें रूसी सेना में सहायक की नौकरी के बहाने रूस भेजा। लोगों ने कहा कि एजेंट ने हमें झूठ बोलकर यहां भेजा है.
रूस में फंसे नेपाली लोगों ने भारत सरकार से उन्हें बचाने की अपील की है. क्योंकि नेपाली सरकार से उन्हें कोई मदद नहीं मिल पा रही है. उनके साथ ट्रैवल एजेंटों ने धोखाधड़ी की, जिन्होंने उन्हें रूसी सेना में सहायक की नौकरी के बहाने रूस भेजा. एजेंसी के मुताबिक, लोगों ने कहा कि एजेंट ने हमें झूठ बोलकर यहां भेजा है और अब हमारे साथ यहां बहुत मुश्किल हो रही है. हमें कहा गया था कि हमें रशियन आर्मी में हेल्पर का काम करना है, लेकिन हमें अब यहां युद्ध में जाना पड़ रहा है.
यह भी पढ़ें: अब तक 35... रूस-यूक्रेन जंग में भारतीयों की तस्करी कर रहा ये 'सिंडिकेट', CBI ने शुरू किया ताबड़तोड़ एक्शन
'नेपाल के दूतावास में हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही' लोगों ने कहा कि हमारे साथ यहां भारत के भी कई नागरिक थे, जिन्हें भारत सरकार ने निकाल लिया लेकिन हमारी नेपाल के दूतावास में हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. नेपाल हमारी कोई मदद नहीं कर रहा है. हम अपने पड़ोसी देश इंडिया से मदद मांगना चाहते हैं. हमें बहुत उम्मीद है कि भारत हमारी मदद करेगा और हमें निराश नहीं करेगा. नेपाल और इंडिया का बहुत मजबूत संबंध है इसलिए हम आप लोगों से मदद मांगना चाहते हैं.
'हमारे नेपाल से कुछ भी नहीं हो रहा है' नेपाली लोगों ने कहा कि हमारे नेपाल से कुछ भी नहीं हो रहा है लेकिन आपका देश और आपका दूतावास बहुत पावरफुल है. हम सभी नेपाली भाई लोग वापस जाना चाहते हैं क्योंकि हमारे साथ यहां फ्रॉड हुआ है. हेल्पर बोलकर हमें फीट के लिए भेज रहे हैं. हम लोग 30 लोग थे, लेकिन अब हम सिर्फ पांच लोग बाकीहैं. कुछ लोगों को अलग-अलग जगह पर भेजा गया है तो कुछ लोगों को ज्यादा इंजरी हुई है. हमारी मदद कीजिए और हमें भी यहां से निकालिए.
वॉशिंगटन डीसी के फायर चीफ का कहना है कि विमान और हेलिकॉप्टर की टक्कर में कोई जिंदा नहीं बचा है. वाशिंगटन डी सी फायर एंड EMS के चीफ जॉन डोनली ने कहा कि हम लोग रेस्क्यू ऑपरेशन को अब एक रिकवरी ऑपरेशन में बदल रहे हैं. क्योंकि उन्हें लगता है कि हादसे में कोई जिंदा बचा है. ट्रांसपोटेशन सेक्रेटरी ने बताया कि हादसे के बाद अमेरिकी एयरलाइंस का विमान पोर्टेमाक नदी में तीन टुकड़ों में पड़ा मिला.
Canada commission report: आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की जांच कर रही कमीशन ने अपने 123 पन्नों की रिपोर्ट में इस हत्याकांड से किसी भी विदेशी लिंक से इनकार किया है. ये रिपोर्ट कनाडा के पीएम ट्रूडो के दावे पर जोरदार तमाचा है जहां उन्होंने निज्जर की हत्या में इंडियन एजेंट की भूमिका को माना था. इसके साथ ही दोनों देशों के संबंध रसातल में चले गए थे.
स्विफ्ट की लोकप्रियता का आलम ये है कि वह जिस भी शहर या देश में परफॉर्म करती हैं, वहां की जीडीपी को एकदम से बूस्ट कर देती हैं. कॉन्सर्ट के जरिए सिंगापुर जैसे कई देशों की गड़बड़झाल इकोनॉमिक्स को दुरुस्त कर चुकीं स्विफ्ट की इसी लोकप्रियता को दुनियाभर में Swift-Effect और Swiftonomics का नाम दिया गया है. लेकिन स्विफ्ट को लेकर दुनियाभर में इतनी दीवानगी क्यों हैं और वह कैसे किसी देश की गिरती जीडीपी की दिशा बदल देती हैं?
वाशिंगटन नेशनल एयरपोर्ट के पास एक विमान और हेलिकॉप्टर की टक्कर से हड़कंप मच गया. दोनों वाहन फोटोमैक नदी में गिर गए. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, लगभग 60 लोगों की मौत की आशंका है. अमेरिकन एयरलाइंस का बोम्बार्डियर सीआरजे 700 जेट और एच-60 हेलिकॉप्टर रनवे के ऊपर 300 फीट की ऊंचाई पर टकराए. एयरपोर्ट बंद कर दिया गया है और बचाव अभियान जारी है. फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन जांच कर रहा है कि यह दुर्घटना एटीसी की गलती या पायलट के निर्णय के कारण हुई.