
राहुल गांधी बोले- GDP मतलब 'गैस, डीजल और पेट्रोल', सरकार ने कमाए 23 लाख करोड़
The Quint
Rahul Gandhi| राहुल गांधी ने कहा, जीडीपी का असली मतलब- गैस, डीजल और पेट्रोल है. जिनके दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं. Govt has earned Rs 23 lakh crore from increasing prices of gas, diesel and petrol in last seven years
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला है. पहली तिमाही में देश की जीडीपी बढ़ने पर सरकार लगातार इसे लेकर खुशी जता रही है, लेकिन राहुल गांधी ने कहा कि, सरकार कह रही है कि जीडीपी बढ़ रही है...मैं समझ नहीं पाया, लेकिन बाद में समझ आया कि जीडीपी का असली मतलब- गैस, डीजल और पेट्रोल है. जिनके दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं.'पेट्रोल-डीजल के दाम से जेब भर रही सरकार'घरेलू गैस की कीमतों पर राहुल गांधी ने कहा कि, 2014 में एक सिलिंडर की कीमत 410 रुपये थे. लेकिन आज उसकी कीमत 885 रुपये है. 116 गुना बढ़ा दिया गया है. 2014 में पेट्रोल के दाम 71.5 रुपये थे, जो आज 101 रुपये है. 42 फीसदी का इजाफा हुआ. राहुल ने कहा कि,"कोई ये कह सकता है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल का दाम बढ़ा होगा, लेकिन अजीब सी बात ये है कि जब हमारी सरकार थी तो क्रूड ऑयल के दाम 105 डॉलर से ज्यादा थे, तब हमने 71 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल दिया. लेकिन आज क्रूड ऑयल के दाम करीब 71 डॉलर प्रति बैरल है, फिर भी 101 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल जनता को दिया जा रहा है. सरकार ने जीडीपी (गैस, डीजल और पेट्रोल) से 23 लाख करोड़ रुपये कमाए हैं. लेकिन वो पैसा आखिर गया कहां?"ADVERTISEMENTराहुल बोले, मोदी जी के दोस्तों का हो रहा मॉनेटाइजेशनराहुल गांधी ने फिर एक बार मीडिया के सामने आते हुए कहा कि, डीजल और पेट्रोल का इकनॉमी के हर हिस्से में इनपुट होता है. जब इनके दाम बढ़ते हैं तो डायरेक्ट और इनडायरेक्ट चोट लगती है. डायरेक्टर उसे लगती है, जो सीधे पेट्रोल-डीजल से अपनी गाड़ी चलाते हैं. वहीं इनडायरेक्ट उन्हें लगती है जो ट्रांसपोर्ट कॉस्ट बढ़ने के चलते मंहगाई का सामना करते हैं. उन्होंने आगे कहा,"हमने पिछले कुछ दिनों में एक नया तरह का ट्रेंड देखा है. एक तरफ डिमॉनेटाइजेशन हुआ, वहीं दूसरी तरफ मॉनेटाइजेशन हो रहा है. जनता अब ये पूछ रही है कि मॉनेटाइजेशन किसका हुआ और डिमॉनेटाइजेशन किसका हुआ? मैं बताता हूं... किसानों, मजदूरों, छोटे बिजनेसमैन, सरकारी कर्मचारियों का डिमॉनेटाइजेशन हो रहा है. अब मॉनेटाइजेशन की बात करें तो ये मोदी जी के चार-पांच दोस्तों का हो रहा है."ADVERTISEMENTराहुल गांधी ने कहा कि, असली समस्या विजन की है. बिना इसके समस्या से बाहर नहीं निकला जा सकता है. लोगों को ये समझना होगा कि अब एक नए विजन की जरूरत है. चाहे आप जि...More Related News