
राष्ट्रपति बाइडेन ने जताई चिंता - आतंकियों का गढ़ बन सकता है अफगानिस्तान, निशाने पर होंगे आम अफगानी
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अब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी अपनी चिंता जाहिर कर दी है. उन्हें भी इस बात का अहसास है कि तालिबान के हाथों में अफगानिस्तान सुरक्षित नहीं रहने वाला है. उन्हें भी यही डर है कि अब अफगानिस्तान आतंकियों का गढ़ बन सकता है और फिर वहीं आतंकी आम अफगानी और अमेरिकी सैनिकों को निशाना बनाएंगे.
अफगानिस्तान में स्थिति हर बीतते दिन के साथ बद से बदतर होती जा रही है. अब कुछ दिनों में तालिबान वहां पर सरकार बना सकता है. ऐसे में भविष्य तो अंधकार में दिखाई दे ही रहा है, वर्तमान भी चिंता में डालने वाला है. अफगानिस्तान में पैदा हुई इस स्थिति के लिए कई देश अमेरिका को जिम्मेदार मानते हैं. वहां से समय से पहले सेना को वापस बुलाना गलत फैसला माना जा रहा है.
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने गुरुवार को बलूचिस्तान के दौरे पर पहुंचे हैं, जहां उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उसने रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया है तो दूसरी ओर बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) का कहना है कि ISPR द्वारा किए गए दावे झूठे हैं और पाक हार को छिपाने की नाकाम कोशिश कर रहा है.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.