राष्ट्रपति चुनाव के बाद महाराष्ट्र में 12 मंत्री कैबिनेट में होंगे शामिल, जानिए कब होगा मंत्रिमंडल विस्तार
AajTak
महाराष्ट्र में 30 जून को एकनाथ शिंदे ने सीएम और देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी. इसके बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें लग रही थीं लेकिन शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने यह कहते हुए कयासों को शांत कर दिया था कि कैबिनेट विस्तार को लेकर किसी भी प्रकार की अड़चन नहीं है. हमे कोई जल्दबाजी नहीं है.
महाराष्ट्र में शिंदे-फडणवीस सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के बाद हो सकता है. सूत्रों के मुताबिक 20 जुलाई को शिंदे मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे. पहले चरण में बीजेपी और शिंदे गुट के 10 से 12 मंत्री शपथ ले सकते हैं. बचे हुए मंत्रियों को मॉनसून सत्र के बाद शपथ दिलवाई जाएगी.
जानकारी के मुताबिक 25 जुलाई से मॉनसून सत्र शुरू हो सकता है इसलिए सत्र शुरू होने से पहले ही मंत्रियों को शपथ दिलाकर उन्हें विभाग दे दिए जाएंगे.
पहले सूचना थी कि उद्धव ठाकरे और शिंदे गुट की लड़ाई सुप्रीम कोर्ट में होने के चलते मंत्रिमंडल का विस्तार टाला जा रहा है लेकिन बाद में एकनाथ शिंदे कैंप के विधायक ने ये संकेत दे दिए थे कि राष्ट्रपति चुनाव के बाद ही मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे ने सीएम और देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम को तौर पर 30 जून को शपथ ली थी.
कैबिनेट को लेकर मोदी, शाह से हुई थी मुलाकात
दो हफ्ते पहले एकनाथ शिंदे और फडणवीस ने नई दिल्ली में पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. माना जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्व से इस मुलाकात में कैबिनेट विस्तार को लेकर भी चर्चा हुई है.
'मंत्रिमंडल विस्तार के लिए जल्दबाजी नहीं'
हल्ला बोल के इस खास संस्करण में चर्चा बिहार में 2025 का किंग कौन होगा पर है. लोकसभा चुनाओं में मोदी सरकार की हैट्रिक लगाने के बाद NDA बनाम इंडिया गठबंधन की जो लड़ाई है वो अभी टू-टू पर ड्रॉ है. क्योंकि दो राज्य इंडिया ने जीते दो राज्य इंडिया गठबंधन ने जीते हैं. अब नए साल यानी 2025 में पहले दिल्ली में विधानसभा चुनाव होना है और उसके बाद बिहार में विधानसभा चुनाव की बिसाद बिचने लगेगी. देखें वीडियो.
कजाकिस्तान में अजरबैजान एयरलाइंस का विमान पक्षी की टक्कर के बाद क्रैश हो गया, जिसमें 42 लोग मारे गए. विमान ने करीब एक घंटे तक लैंडिंग की कोशिश की लेकिन पायलट इसमें विफल रहे. इस बीच जीपीएस में गड़बड़ी की बात भी सामने आ रही है, लेकिन अभी स्पष्ट वजह सामने नहीं आई है. खासकर ग्रोज्नी के पास जीपीएस जैमिंग का संदेह है.