रामविलास का बेटा हूं किसी से नहीं डरता, शेर की तरह रहूंगा: चिराग पासवान
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दिवंगत रामविलास पासवान का सरकारी बंगला खाली कराने के बाद से उनके बेटे और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान से लगातार अलग-अलग पार्टियों के नेता मिल रहे हैं. इन मुलाकातों से बिहार में राजनीति गरम हो गई है.
लोकजन शक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान का बीजेपी से मोह भंग हो चुका है. कभी अपने आप को प्रधानमंत्री मोदी का हनुमान बताने वाले चिराग पासवान ने कह दिया है कि वो अब किसी गठबंधन में नहीं हैं. जिस तरीके से उन्हें स्वर्गीय रामविलास पासवान के बंगले से निकाला गया, उससे वो आहत हैं. अब वह बीजेपी से कोई संबंध नहीं रखना चाहते. चिराग पासवान ने कहा कि अब वो आजाद हैं.
चुनाव के वक्त गठबंधन पर सोचूंगा
चिराग पासवान आजकल पटना में हैं. अपनी पार्टी व संगठन को मजबूत करने में लगे हुए हैं. तमाम दलों के नेता उनसे मिलने आ रहे हैं लेकिन चिराग पासवान का कहना है कि वो अभी किसी के साथ नहीं हैं. जब चुनाव का समय आयेगा तब गठबंधन की बात होगी. उन्होंने कहा मेरे पिता के निधन के बाद पिछले डेढ़ साल से मैं अकेला चल रहा हूं. विधानसभा चुनाव अकेला लड़ा, उसके बाद जो एमएलसी चुनाव अकेले ही लड़ा. मैंने आगे भी अकेले ही चलने की सोच रखा है. अपने आप को मजबूत करने की रणनीति है.
बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने धोखा दिया
चिराग पासवान आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी नेताओं ने उन्हें धोखा दिया. वह 29 मार्च को ही बंगला खाली करना चाहते थे लेकिन बीजेपी के टॉप नेताओं ने उन्हें रुकने के लिए कहा पर क्या हुआ मेरे पिता की तस्वीर को सड़क पर फेंक दिया गया. उन्होंने कहा कि मैंने अपने नेता रामविलास पासवान से एक चीज सीखी है, जहां रहो पूरी ईमानदारी के साथ रहो. 2014 में मेरा गठबंधन बीजेपी के साथ हुआ. तब से लेकर अभी तक निस्वार्थ व विपरीत परिस्थितियों में भी इनके साथ रहा. मैंने गठबंधन का साथ दिया, लेकिन उसका नतीजा क्या निकला.
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