रामदेव: डॉक्टरों से झगड़ा, बीजेपी से क़रीबी और लगातार विवाद
BBC
रामदेव के पत्र और उसमें लिखे सवालों से ऐसा लगता है मानो वो जता रहे हों कि उनके पास हर रोग का इलाज है लेकिन डॉक्टरों के पास बीसियों रोगों का कोई उपचार नहीं है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन की सख़्त भाषा में लिखी चिट्ठी मिलने के कुछ घंटों बाद ही योग गुरु स्वामी रामदेव ने अपना विवादित बयान वापस ले लिया. ऐसा लगा कि यह विवाद अब थम जाएगा मगर ऐसा हुआ नहीं. स्वामी रामदेव ने कहा था कि एलोपैथिक दवाएँ खाने से लाखों लोगों की मौत हुई है. उन्होंने एलोपैथी को 'स्टुपिड और दिवालिया साइंस' भी कहा था. इसके कुछ ही दिनों पहले उन्होंने कहा था, ''ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है, वातावरण में भरपूर ऑक्सीजन है लेकिन लोग बेवजह सिलेंडर ढूँढ रहे हैं.'' उनके हालिया बयान के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि संकट के इस समय में डॉक्टर रात-दिन मरीज़ों की जान बचाने में लगे हैं, वे 'देवता तुल्य' हैं. डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा था, ''डॉक्टरों के बारे में रामदेव की टिप्पणी अस्वीकार्य है और उन्हें तत्काल माफ़ी माँगनी चाहिए.''More Related News