राज्य स्तर पर होगी सीट शेयरिंग, 30 जनवरी से साझा रैलियां... INDIA गठबंधन की बैठक में हुए बड़े फैसले
AajTak
राज्य स्तर पर होगी सीट शेयरिंग, 30 जनवरी से साझा रैलियां... INDIA गठबंधन की बैठक में हुए बड़े फैसले
इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि चौथी मीटिंग में 28 पार्टी के नेता शामिल हुए. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई सीनियर नेता मंच पर मौजूद रहे. इनमें कांग्रेस प्रमुख खड़गे, राहुल गांधी, सीताराम येचुरी, फारुख अब्दुल्लाह, प्रेमाचंद्रन, टीआर बाबू, डी राजा, और महुआ मांझी थे.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि INDIA की चौथी बैठक में 28 पार्टियों ने हिस्सा लिया. उन्होंने अपनी पार्टी की लाइनें प्रस्तावित कीं. 2-3 घंटे तक हमने विचार-विमर्श किया और रणनीति पर सहमति व्यक्त की. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 149 सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर चर्चा हुई और हमने इसकी निंदा की है और एक प्रस्ताव पारित किया है कि यह अलोकतांत्रिक है.
'पीएम या गृह मंत्री संसद में आएं'
खड़गे ने कहा कि हम बस गृह मंत्री या प्रधानमंत्री से सदन में आने और संसद उल्लंघन के बारे में विस्तार से बोलने के लिए कह रहे हैं. लेकिन वे इस पर सहमत नहीं हुए. हम शुरू से ही कह रहे हैं कि गृह मंत्री या प्रधानमंत्री को बयान देना चाहिए, लेकिन वे नहीं माने. क्यों वे दूसरे कार्यक्रमों में व्यस्त रहे, लेकिन संसद नहीं आये. खड़गे ने कहा कि संसद चलने के दौरान वे अहमदाबाद भवन उद्घाटन आदि में जा सकते हैं. देश में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है. वे रैलियों को संबोधित कर रहे हैं, लेकिन संसद में नहीं बोल रहे हैं. वे लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं, उन्होंने 151 सांसदों को निलंबित कर दिया है.
'पीएम वाराणसी घूम रहे हैं...'
कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि हमने कोई गलत मुद्दा नहीं उठाया. वे सदन में कैसे घुसे, उन्हें कौन लाया, उन्होंने अपना मुद्दा लोकसभा में उठाया. सदन चलने के दौरान पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र में घूम रहे हैं.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.