
राज्यसभा में मॉनसून सत्र के आख़िरी दिन जो हुआ, उस पर रूल बुक क्या कहती है?
BBC
राज्यसभा में अख़िरी दिन सदन में विपक्षी सांसदों ने जो हंगामा किया उस पर सत्ता पक्ष कार्रवाई की माँग कर रहा है. आइए जानते हैं पूरे मामले में नियम क्या है.
इस साल भारत की संसद का मॉनसून सत्र हंगामे की भेट चढ़ गया. दोनों ही सदन, कामकाज के लिहाज से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए. आँकड़ों की बात करें तो लोकसभा में 21 फ़ीसदी ही कामकाज हो पाया और राज्यसभा में केवल 28 फ़ीसदी काम हुआ. संसद के दोनों सत्रों को समय से दो दिन पहले ही स्थगित कर दिया गया. इसके पीछे विपक्ष, सत्ता पक्ष को ज़िम्मेदार ठहरा रहा है और सत्ता पक्ष के सांसद विपक्षी सांसदों पर दुर्व्यवहार का आरोप लगा रहे हैं. गुरुवार को केंद्र सरकार की तरफ़ से आठ मंत्रियों ने राज्यसभा में आख़िरी दिन जो कुछ हुआ, उस पर प्रेस कॉन्फ़्रेंस को संबोधित किया. केंद्र सरकार के मंत्रियों की तरफ़ से विपक्ष पर कुछ आरोप लगाए गए. उनका दावा था कि राज्यसभा में जो कुछ हुआ वो शर्मसार करने वाला था, निंदनीय था और उन्हें (विपक्ष) को घड़ियाली आंसू बहाने के बजाए देश से माफी मांगनी चाहिए.More Related News