राजस्थान में न फंसे पंजाब जैसा पेच, गहलोत-पायलट में गतिरोध सुलझाने एक्टिव हुईं सोनिया-प्रियंका
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राजस्थान सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों ही दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं, जिनके बीच सुलह-समझौते के लिए बुधवार को होने वाली बैठक में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी शामिल हो सकती हैं. राजस्थान में काफी समय से गहलोत मंत्रिमंडल के विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर मामला उलझा हुआ है.
राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच गतिरोध को सुलझाने के लिए कांग्रेस हाईकमान एक्टिव हो गया है. गहलोत और पायलट दोनों ही दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं, जिनके बीच सुलह-समझौते के लिए बुधवार को होने वाली बैठक में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी शामिल हो सकती हैं. राजस्थान में काफी समय से गहलोत मंत्रिमंडल के विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर मामला उलझा हुआ है.
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
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