
राजस्थान: मंत्रिमंडल विस्तार से क्या ख़त्म हो जाएगी अशोक गहलोत और सचिन पायलट गुट की कलह?
BBC
मुख्मयमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रिमंडल में फेरबदल किया है. दावा किया जा रहा है कि सचिन पायलट गुट की बातें मान ली गई हैं. तो क्या दोनों गुटों के तीन साल पुराने विवाद अब ख़त्म हो जाएंगे?
राजस्थान के मंत्रिमंडल के फेरबदल का लंबे समय से हो रहा इंतज़ार रविवार को राजभवन में 11 कैबिनेट और 4 राज्य मंत्रियों के शपथ ग्रहण के साथ ही ख़त्म हो गया. लेकिन अब भी हर किसी के ज़ुबान पर यही सवाल है कि क्या अब अशोक गहलोत और सचिन पायलट के गुटों के बीच पिछले तीन साल से जारी रस्साकशी ख़त्म हो जाएगी.
राज्य में बने नए मंत्रिमंडल के चेहरों और गुटबाज़ी ख़त्म करने के लिए दोनों गुटों से मंत्री बनाने से अब काफ़ी कुछ स्पष्ट है. साथ ही ये भी साफ़ हो गया है कि राजस्थान कांग्रेस में जारी अंदरूनी कलह को मिटा कर 2023 विधानसभा चुनावों की तैयारी का आगाज़ किया जा चुका है.
नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण से पहले मीडिया से हुई बातचीत में सचिन पायलट ने मामले के सुलझने के संकेत दिए हैं. वहीं शपथ के पहले पीसीसी में और शपथ ग्रहण के बाद मीडिया को दिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान से भी स्पष्ट नज़र आ रहा है कि पार्टी की नज़र अब राज्य में अगले चुनाव के बाद भी सत्ता में बने रहने पर होगी.
बहरहाल, कैबिनेट में शामिल हुए 11 मंत्रियों के नाम हैं- हेमाराम चौधरी, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, रामलाल जाट, महेश जोशी, विश्वेंद्र सिंह, रमेश मीणा, ममता भूपेश, भजन लाल जाटव, टीकाराम जूली, गोविंद राम मेघवाल और शकुंतला रावत.
वहीं राज्य मंत्री बनने वालों में जाहिदा ख़ान, बृजेंद्र सिंह ओला, राजेंद्र गुढ़ा और मुरारी लाल मीणा हैं.