राजपूतों की नाराजगी और परिवारवाद के आरोपों में घिरी भाजपा, जानें क्या बोले राजनाथ सिंह के छोटे बेटे नीरज सिंह
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नीरज सिंह ने कहा कि जो लोग हम लोगों पर परिवारवाद का आरोप लगाते हैं, दरअसल पैदा होते ही प्रधानमंत्री का पद और अध्यक्ष का पद का दावेदार होना, परिवारवाद है, ना कि 15 साल 20 साल तक संगठन के अलग-अलग पदों पर काम करके पार्टी के पद पर पहुंचना कोई परिवारवाद होता है.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चल रहे राजपूतों के विरोध को राजनाथ सिंह के छोटे बेटे और बीजेपी नेता नीरज सिंह ने विपक्ष की साजिश कर दिया है. उन्होंने आजतक से खास बातचीत में कहा कि यह विरोध कहीं नहीं टिकेगा, यह विपक्ष के कुछ लोगों के द्वारा की गई साजिश है जिसको हवा दी जा रही है लेकिन जमीनी स्तर पर ऐसा कोई विरोध नहीं है.
गुस्से की वजह राजपूत नेतृत्व को दबाए जाने के सवाल पर नीरज सिंह ने कहा कि देश के रक्षा मंत्री का पद इस जाति के पास है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का पद इस जाति के पास है. हालांकि यह दोनों बड़े नेता कभी जात-पात की राजनीति नहीं करते, लेकिन जनता और बिरादरी दोनों समझदार है, उन्हें मालूम है कि एक साजिश रची जा रही है और वह उसे सफल नहीं होने देंगे.
नीरज सिंह ने कहा कि जो लोग हम लोगों पर परिवारवाद का आरोप लगाते हैं, दरअसल पैदा होते ही प्रधानमंत्री का पद और अध्यक्ष का पद का दावेदार होना, परिवारवाद है, ना कि 15 साल 20 साल तक संगठन के अलग-अलग पदों पर काम करके पार्टी के पद पर पहुंचना कोई परिवारवाद होता है. हम लोग पार्टी के लिए कई सालों से और संगठन के कई पदों पर काम कर रहे हैं. मेरे पिता ने आज तक कभी ना मेरे लिए, ना ही अपने परिवार के लिए कभी किसी से कुछ कहा या मांगा है.
उनके मुताबिक इस बार लखनऊ में राजनाथ सिंह के लिए नारा है कि 5 लाख पार यानी 5 लाख से ज्यादा के अंतर से चुनाव जीतना है. पिता की चुनावी कमान नीरज सिंह ने लखनऊ में संभाल रखी है. लगातार लखनऊ में चुनाव प्रचार कर रहे हैं और दावा है कि लखनऊ में बड़े-बड़े काम राजनाथ सिंह के सांसद रहते हुआ है. नीरज सिंह ने कहा कि राजनाथ सिंह ने अपने वक्त में लखनऊ में रिंग रोड का जाल बिछा दिया है. कई फ्लाईओवर बनाए, लखनऊ के सभी रेलवे स्टेशन आधुनिक बनाए गए हैं और एयरपोर्ट का नया टर्मिनल चालू हो गया है. ऐसे में लखनऊ मेट्रो शहरों को टक्कर दे रहा है.
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