'राजनीति छोड़ दूंगा लेकिन बीजेपी नहीं छोड़ूंगा', भाजपा में वापसी के बाद बोले अरविंदर लवली
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कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में दोबारा शामिल होने पर अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि पिछली बार मैं गुस्से में फै़सला लेकर बीजेपी में गया था, लेकिन इस बार मैं सोच-समझकर गया हूं और ताउम्र के लिए गया हूं. उन्होंने कहा कि राजनीति छोड़ दूंगा, लेकिन बीजेपी में ही रहूंगा.
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के कुछ दिन बाद बीजेपी में शामिल हुए अरविंदर सिंह लवली ने कांग्रेस पर निशाना साधा. लवली ने कांग्रेस पर 'टुकड़े-टुकड़े' की राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि आप जानते हैं कि किन परिस्थितियों में मैंने दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया. हमारे समर्थकों ने हमसे कहा कि आपको घर पर बैठने की जरूरत नहीं है, मैंने अपने इस्तीफे के बाद घर पर रहने का फैसला किया था. हमें दिल्ली और इस देश के लिए लड़ने के लिए कहा गया था. उन्होंने कहा कि मैं 18 साल की उम्र में कांग्रेस में शामिल हुआ और कुछ समय के लिए (2017-18 से) भाजपा में शामिल हुआ.
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में दोबारा शामिल होने पर अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि पिछली बार मैं गुस्से में फै़सला लेकर बीजेपी में गया था, लेकिन इस बार मैं सोच-समझकर गया हूं और ताउम्र के लिए गया हूं. उन्होंने कहा कि राजनीति छोड़ दूंगा, लेकिन बीजेपी में ही रहूंगा.
लवली ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कहा था कि उनके खून की एक-एक बूंद देश के लिए है, लेकिन कांग्रेस ने 'कतरा-कतरा' से 'टुकड़े-टुकड़े' की ओर रुख कर लिया है. आजतक के इस सवाल पर कि क्या वह चुनाव लड़ेंगे. इस पर लवली ने कहा कि अगर मुझे किसी पद का लालच होता, तो मैं टिकट बंटवारे की घोषणा से ठीक पहले दिल्ली कांग्रेस प्रमुख के पद से इस्तीफा नहीं देता.
भाजपा में शामिल होने के बाद लवली ने विश्वास जताया कि पार्टी दिल्ली की सभी 7 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करेगी और लोकसभा चुनाव जीतेगी. उन्होंने कहा कि हमें भाजपा के बैनर तले और प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) के नेतृत्व में दिल्ली के लोगों के लिए लड़ने का मौका दिया गया है. उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि देश में भाजपा की सरकार भारी बहुमत से बन रही है. आने वाले दिनों में दिल्ली में भी भाजपा का झंडा लहराएगा.
लवली के साथ कांग्रेस के पूर्व विधायक राजकुमार चौहान, नसीब सिंह, नीरज बसोया और पूर्व युवा कांग्रेस अध्यक्ष अमित मलिक भी राष्ट्रीय राजधानी स्थित पार्टी मुख्यालय में भाजपा में शामिल हुए. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे अपने इस्तीफे में लवली ने उत्तर पूर्वी दिल्ली से पार्टी के उम्मीदवार कन्हैया कुमार और उत्तर पश्चिमी दिल्ली से उम्मीदवार उदित राज की आलोचना की. उन्होंने कहा कि दोनों ही दिल्ली कांग्रेस और पार्टी की नीतियों से बिल्कुल अनजान हैं.
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