यूपी: हमीरपुर के कई इलाकों में बाढ़ का कहर, यमुना और बेतवा उफान पर कई घर हुए जमींदोज
ABP News
बुंदेलखंड के हमीरपुर जिले में नदियों की बाढ़ ने कहर बरपाया है. यहां यमुना और बेतवा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. वहीं, एमपी और राजस्थान में भी बाढ़ की वजह से लोगों की जिंदगी प्रभावित हुई है.
बुंदेलखंड के हमीरपुर जिले में नदियों की बाढ़ ने जो कहर बरपाया है, उसका दर्द लोगों के चेहरों पर उभरा हुआ है. यमुना और बेतवा नदी खतरे के निशान पर होने से सैकड़ा गांव और हजारों लोगों के आशियाने को रेत की ढेर की तरह मिटाकर बेघर कर दिया है. लेकिन इस पानी के सैलाब का कहर अभी भी थमता नजर नही आ रहा है. हमीरपुर जिले में यमुना नदी खतरे के निशान से 2 मीटर ऊपर बहने से कई गांव अपना वजूद खोने की कगार पर पहुंच गए हैं. सैंकड़ों घर मिट्टी की कटान के साथ नदी में समा गए हैं. सैकड़ों एकड़ कृषि योग्य जमीन को भी पानी निगल गया है और अभी भी कटान होने के चलते सैकड़ों घर मिटने की कगार पर खड़े है. जिसके चलते गांव के कई लोग मौत की दहशत में जी रहे हैं. यूपी के हमीरपुर जिला मुख्यालय से महज एक किलो मीटर दूर स्थित कुछेछा मार्ग, जो बेतवा नदी के किनारे बसा है जहां के लोगों का मुख्य रूप से खेती ही व्यवसाय है. यहां लोग रोज कमाते और खाते हैं पर अब इनका गांव भी खतरे में है. दरअसल, इस गांव के किनारे बने कई घर बेतवा नदी में समाहित हो गए हैं और शहरी इलाकों में लोगों के घरों में पानी घुस गया है. मजबूरी में लोग राठ मार्ग के हाइवे में अस्थाई झोपड़ी बनाकर रहने को मजबूर हैं. लोग अब दाने दाने को तरसते दिखाई देने लगे हैं.More Related News