![यूपी: स्कूल में शौचालयों की हालत ख़राब, शिक्षिकाओं ने उठाई प्रति माह पीरियड लीव की मांग](http://thewirehindi.com/wp-content/uploads/2020/03/School-Toilet-Pti-File.jpg)
यूपी: स्कूल में शौचालयों की हालत ख़राब, शिक्षिकाओं ने उठाई प्रति माह पीरियड लीव की मांग
The Wire
उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग की शिक्षिकाओं की अगुवाई में उत्तर प्रदेश महिला शिक्षक संघ ने राज्य के सरकारी स्कूलों में शौचालयों की ख़राब स्थिति का हवाला देते हुए हर महीने तीन दिन की पीरियड लीव की मांग के लिए अभियान शुरू किया है.
लखनऊः उत्तर प्रदेश में शिक्षिकाओं की एक नवगठित एसोसिएशन ने राज्य के सरकारी स्कूलों में शौचालयों की खराब स्थिति को ध्यान में रखते हुए हर महीने तीन दिन के पीरियड लीव की मांग के लिए अभियान शुरू किया है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस अभियान के तहत उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग की महिला शिक्षकों की अगुवाई में उत्तर प्रदेश महिला शिक्षक संघ की सदस्यों ने राज्य सरकार के मंत्रियों से मुलाकात की और अब वे जनप्रतिनिधियों से संपर्क कर यह बताने का प्रयास कर रही हैं कि उन्हें क्यों सुना जाए. इस एसोसिएशन का गठन लगभग छह महीने पहले हुआ था और राज्य के 75 जिलों में से 50 जिलों में पहले ही इसकी मौजूदगी है. इस अभियान के बारे में बताते हुए एसोसिएट अध्यक्ष सुलोचना मौर्या ने कहा, ‘अधिकतर स्कूलों में शिक्षक 200 से 400 छात्रों के साथ शौचालयों का इस्तेमाल करते हैं. मुश्किल से ही शौचालयों की सफाई हो पाती है. वास्तव में अधिकतर महिला शिक्षिकाएं यूरिन (मूत्र) संबंधी संक्रमण से जूझ रही हैं. वे स्कूलों में शौचालय जाने से बचने के लिए पानी नहीं पीती. अक्सर उन्हें गंदे शौचालय का इस्तेमाल करने या फिर खेतों में जाने के विकल्पों में से ही एक ही चुनाव करना पड़ा है. यह मुश्किल है विशेष रूप से जब शिक्षिकाएं माहवारी से गुजर रही हो क्योंकि हम में से कुछ को दूर-दराज के गांवों में बने स्कूलों तक पहुंचने के लिए 30 से 40 किलोमीटर क सफर तय करना पड़ता है.’More Related News