
यूपी सरकार का दावा 68% गांव में कोरोना नहीं, क्या है हकीकत?
The Quint
Coronavirus Infection in UP Villages| Ground Report on COVID-19 Testing in Villages: यूपी सरकार का कहना है कि जांच में 68% गांवों में कोरोना संक्रमण नहीं पाया गया है. लेकिन अलग-अलग गांव से लोगों को खांसी-बुखार होने और फिर मौत की खबरें आ रही हैं.
"मेरे भाई पूरी तरह ठीक थे, उन्हें कोई बीमारी नहीं थी. 14 मई के आस पास उन्हें बुखार रहने लगा, खांसी भी आती थी. बुखार की दवा चल रही थी, लेकिन 18 मई की रात उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी. अभी हम कुछ कर पाते उससे पहले ही उनकी मौत हो गई," लखनऊ के लौलाई गांव के रहने वाले मो. नासिर (40) कहते हैं.नासिर के परिवार में एक महीने के अंदर दो लोगों की मौत हो चुकी है. 16 अप्रैल को नासिर के पिता अब्दुल खालिद (69) की और 18 मई को नासिर के भाई मो. नादिर (46) की मौत हो गई. गांव में यह एकलौता परिवार नहीं जिन्होंने किसी अपने को खोया है. गांव वाले अप्रैल और मई के बीच करीब 22 मौत की बात कहते हैं.लौलाई गांव के प्रधान उमेश कुमार यादव (59) कहते हैं, "पिछले 20 से 25 दिन के अंदर गांव में करीब 22 लोगों की मौत हो गई है. सबकी उम्र 40 से 70 के बीच थी. इतनी मौत के बाद भी गांव में न कोई जांच टीम आई, न ही सेनिटाइजेशन हुआ. हमने कई बार अधिकारियों को सूचित किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही."लौलाई गांव की निगरानी समिति के वॉट्सएप ग्रुप की तस्वीर(फोटो: रणविजय सिंह)लौलाई गांव में करीब 5 हजार परिवार रहते हैं. यह गांव इस बार पंचायत चुनाव से पहले लखनऊ शहरी क्षेत्र में आ गया है. हालांकि अभी ग्राम पंचायत और शहरी क्षेत्र की व्यवस्थाओं के बीच उलझा हुआ है. गांव के ही कोटेदार अंसार अहमद (42) निगरानी समिति का वॉट्सएप ग्रुप दिखाते हुए कहते हैं,“हमने गांव को सेनेटाइज करने के लिए ग्रुप में कई बार लिखा, कोई सुनवाई नहीं हुई. कई बार हेल्पलाइन नंबर मिलाया, कोई सुनवाई नहीं हुई. हमें अपने हाल पर छोड़ दिया गया है.”कोरोना की दूसरी लहर में गांव तक संक्रमण फैल चुका है?वहीं, यूपी सरकार का दावा है कि राज्य के 97 हजार गांव में करीब 60 हजार निगरानी समितियां काम कर रही हैं, जिनके माध्यम से कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रभावी तरीके से काम हो रहा है. जबकि हालात यह हैं कि वॉट्सएप ग्रुप में शामिल गांव के सदस्य सेनेटाइजेशन न करवा पाने की बात कह रहे हैं.यह हाल राजधानी लखनऊ के एक गांव का है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यूपी के गांव में क्या हालात हैं. 2011 की जनगणना के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की 77.73% आबादी गांव में रहती है, करीब 15.5 करोड़ आबादी.कोरोना की दूसरी लहर में गांव तक संक्रमण फैल चुका है और ...More Related News