यूपी में गैंगस्टरों के पैंट गीले हो गए हैं... माफिया अतीक अहमद को सजा होने के बाद बोले सीएम योगी
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि कानून व्यवस्था की परवाह किए बिना रंगदारी मांगने वाले, धमकी देकर लोगों को डराने और अपहरण करने वाले गैंगस्टरों के पैंट गीले हो गए हैं. उन्होंने कहा कि यूपी में माफिया, डॉन का बचना नामुमकिन है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दहशत फैलाने वालों को साफ कह दिया है कि हिंसा करने वालों की खैर नहीं है.
माफिया अतीक अहमद और दो अन्य को साल 2006 में हुए उमेश पाल अपहरण केस में दोषी ठहराए जाने के कुछ दिनों बाद सीएम योगी आदित्यनाथ का गंभीर बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि कोर्ट द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद यूपी में गैंगस्टरों के पैंट गीले हो गए हैं. सीएम ने कहा कि कानून व्यवस्था की परवाह किए बिना लोगों से जबरन वसूली करने और धमकी देकर अगवा करने वाले गैंगस्टर डरे हुए हैं.
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में बॉटलिंग प्लांट के भूमि पूजन के बाद सभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा, 'लोग देख रहे हैं कि जिन लोगों ने पहले कानून व्यवस्था का मजाक उड़ाया, वे अब अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे हैं. जब अदालत ने गैंगस्टरों को सजा सुनाई, तो उनकी गीली पैंट गीली हो गई. मुख्यमंत्री ने कहा कि ये माफिया लोगों को आतंकित करते थे, उद्योगपतियों से रंगदारी वसूलते थे. व्यवसायियों का अपहरण करते थे, लेकिन आज वे डरे हुए हैं और अपनी जान बचाकर भाग रहे हैं.
अतीक अहमद को हो चुकी है उम्रकैद
माफिया अतीक अहमद साल 2005 में हुई बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है. अतीक पर वारदात के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने का भी आरोप है. अतीक को पिछले महीने कड़ी सुरक्षा के बीच मामले की सुनवाई के लिए गुजरात की साबरमती जेल से प्रयागराज लाया गया था. जेल से निकलने से पहले अतीक ने कहा था कि मुझे डर है कि मेरी हत्या की जा सकती है.
फरवरी में कर दी गई थी उमेश पाल की हत्या
बता दें कि राजू पाल हत्याकांड के प्रमुख गवाह उमेश पाल की प्रयागराज में उनके आवास के बाहर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद से यूपी पुलिस ने अतीक अहमद और उसके सहयोगियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया था. उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी अतीक अहमद के दो साथियों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया था.
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