
यूपी: गोरखपुर में कई प्रत्याशियों के आंसुओं ने मतदाताओं में पैदा की सहानुभूति
The Wire
गोरखपुर और बस्ती मंडल की कई विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों के प्रति मतदाताओं में उमड़ी हमदर्दी ने राजनीतिक दलों के बने-बनाए समीकरण उलट दिए हैं.
गोरखपुर: गोरखपुर और बस्ती मंडल की कई सीटों पर प्रत्याशियों की भावुक अपील और आंसुओं ने अच्छा-खासा असर डाला है. दो सीटों पर तो प्रत्याशियों के आंसुओं से पैदा हुई सहानुभूति की लहर ने मुख्य राजनीतिक दलों के बने-बनाए समीकरण को उलट-पुलट दिया है.
महराजगंज सुरक्षित सीट पर निर्दल चुनाव लड़ रहे निर्मेष मंगल एम्बुलेंस से प्रचार कर रहे हैं. नामांकन के बाद उनकी तबियत खराब हो गई और वे बेहोश हो गए. इसके बाद हृदय संबधी रोग के कारण उन्हें दो सप्ताह से अधिक समय तक अस्पताल में रहना पड़ा. इस दौरान उनके बेटे और पत्नी ने चुनाव प्रचार की कमान संभाला.
इसके बाद निर्मेष मंडल अस्पताल से डिस्चार्ज होकर एम्बुलेंस से अपने क्षेत्र में आए और प्रचार करने लगे. पिछले चार-पांच दिन से निर्मेष मंगल एम्बुलेंस से प्रचार में जा रहे हैं. एम्बुलेंस में वे लेटे रहते हैं और उनके समर्थक पर्चे आदि बांटते हुए उन्हें जिताने की अपील करते हैं. लोग उन्हें देखने के लिए एम्बुलेंस तक आते हैं और सहानुभूति जताते हैं.
महराजगंज सीट पर 2007 और 2012 में सपा और पिछले चुनाव में भाजपा जीती थी. तीनों चुनाव निर्मेष मंगल बसपा से लड़े और दूसरे स्थान पर रहे. वर्ष 2007 के चुनाव में वह सिर्फ 889 मत से हारे थे.