
यूक्रेन में फंसे भारतीय: 'पता नहीं इंडिया जाने को फ्लाइट कब मिलेगी'
BBC
बीबीसी ने यूक्रेन में पढ़ाई करने गए कुछ भारतीय छात्रों से बात की और उनसे वहां के हालात के बारे में जानने की कोशिश की.
''सुबह जब मैंने अपनी हॉस्टल की खिड़की से बाहर देखा तो आग लगी हुई थी शायद कोई ब्लॉस्ट हुआ होगा. मुझे नहीं पता. जब धुआं निकालना शुरू हुआ तो हम सब बच्चे डर गए थे."
"बहुत हलचल मच गई थी. बच्चे कैश निकालने के लिए भागने लगे. घर वापस जाना है बस किसी भी तरह मम्मी पापा के पास जाना है.''
ये शब्द 18 साल के माज़ हसन के हैं जो दो महीने पहले बीते वर्ष दिसंबर के महीने में इवानो शहर में फ्रैंकिविस्क नैशनल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन पहुंचे हैं.
भारत में उत्तर प्रदेश के नजीबाबाद के रहने वाले माज़ हसन ने स्टोर में सामान खरीदते वक्त बीबीसी से वीडियो बातचीत में कहा, ''ये देखिए इस स्टोर में कितनी भीड़ लगी हुई है. यहां रैक में खाने के सामान नहीं है सिर्फ मैगी है. घर में कल ही बात हुई थी. घरवाले भी बहुत परेशान हैं. पता नहीं फ्लाइट इंडिया जाने के लिए कब मिलेगी. यहां लोग डरे हुए है तो हमें भी डर लग रहा है.''
संकट के बावजूद क्यों यूक्रेन जा रहे हैं भारतीय छात्र