![मैटरनिटी और गर्भवती महिलाओं को कोविड की दूसरी लहर ने पहली की तुलना किया ज्यादा प्रभावित](https://c.ndtvimg.com/2021-02/kl2rhc1g_pregnancy-_625x300_13_February_21.jpg)
मैटरनिटी और गर्भवती महिलाओं को कोविड की दूसरी लहर ने पहली की तुलना किया ज्यादा प्रभावित
NDTV India
आईसीएमआर ने कहा, ‘‘दूसरी लहर में लक्षण वाले संक्रमण के मामले 28.7 प्रतिशत थे जबकि पहली लहर में यह आंकड़ा 14.2 प्रतिशत था.
गर्भवती और प्रसूता (शिशुओं को जन्म देने वाली) महिलाएं कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर में पहली लहर की तुलना में अधिक प्रभावित हुईं और इस साल इस श्रेणी में लक्षण वाले मामले तथा संक्रमण से मृत्यु की दर भी अपेक्षाकृत अधिक रही. आईसीएमआर के एक अध्ययन में यह जानकारी दी गई. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान (आईसीएमआर) ने बुधवार को कहा कि भारत में महामारी की पहली लहर (एक अप्रैल, 2020 से 31 जनवरी, 2021 तक) और दूसरी लहर (एक फरवरी, 2021 से 14 मई तक) के दौरान गर्भवती और शिशुओं को जन्म देने वाली महिलाओं से संबंधित संक्रमण के मामलों की तुलना की गई.More Related News