
'मैं ऑपरेशन टेबल पर मर गई थी', महिला ने किया था ऐसा दावा- देखा डॉक्टरों ने कैसे खोली खोपड़ी?
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एक महिला ने दावा किया था कि ब्रेन सर्जरी के दौरान उसकी मौत ऑपरेशन टेबल पर ही हो गई थी और उसने सर्जनों को उसके शरीर के ऊपर से खोपड़ी में ड्रिल करते हुए देखा था.
अटलांटा, जॉर्जिया की रहने वाली पाम रेनॉल्ड्स लोवेरी जिनकी मृत्यु 2010 में हो गई थी. उन्होंने दावा किया था कि एक सर्जरी के दौरान उन्होंने लाइफ ऑफ्टर डेथ का अनुभव किया था. पाम की ये आपबीती अविश्वसनीय अनुभवों के खुलासे वाली सीरीज में एक बार फिर से सामने आई है.
पाम ने एक इंटरव्यू में अपनी आपबीती बताई थी. उन्होंने कहा था कि 1991 में फीनिक्स, एरिजोना के बैरो न्यूरोलॉजिकल इंस्टीट्यूट में रॉबर्ट एफ. स्पेट्ज़लर ने उसके मस्तिष्क का ऑपरेशन किया था. इस दौरान उन्हें मृत्यु के बाद की लाइफ का अनुभव हुआ था.
अपनी ब्रेन सर्जरी होते देखा था डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार पाम उस समय 35 वर्ष की थी. उन्होंने बताया था कि वह तकनीकी रूप से 'मृत' होने के दौरान कई अविश्वसनीय अनुभव किए थे. इसमें ऐसे रिश्तेदारों से मिलना भी शामिल था, जो मर चुके थे और अपने शरीर में वापस नहीं लौटना चाहती थीं.
एक सीरीज में सामने आई ये अविश्वसनीय कहानी पाम का यह मामला अब एक बार फिर से सामने आया है, जब फ्लोरिडा की पॉडकास्टर क्रिस्टीना रैंडल ने एक यूट्यूब वीडियो द डे आई डाइड के लिए ऐसी घटनाओं पर शोध शुरू किया. क्रिस्टीना ने बताया कि पाम चक्कर आने पर कुछ समय के लिए बोलने में असमर्थ हो गई थी और उसे पक्षाघात के लक्षण महसूस हो रहे थे. स्कैन से पता चला कि उसके मस्तिष्क में आघात लगा था.
महिला का शरीर तकनीकी रूप से मृत अवस्था में चला गया था क्रिस्टीना ने कहा कि अंतिम उपाय के रूप में फीनिक्स स्थित बैरो न्यूरोलॉजिकल इंस्टीट्यूट के एक न्यूरोसर्जन ने निर्णय लिया कि स्टैंडस्टिल ऑपरेशन नामक एक दुर्लभ प्रक्रिया से पाम को बचने की संभावना बढ़ सकती है. स्टैंडस्टिल ऑपरेशन एक शल्य प्रक्रिया है जिसमें रोगी के शरीर को ठंडा किया जाता है और रक्त परिसंचरण को रोका जाता है.
सांस और दिल की धड़कन हो गई थी बंद क्रिस्टीना ने बताया कि पाम के शरीर का तापमान 50 डिग्री फारेनहाइट - या 10 डिग्री सेंटीग्रेड तक कम हो गया था. उनकी सांस और दिल की धड़कन पूरी तरह से बंद हो गई थी और उनके सिर से खून पूरी तरह से सूख गया था.