
मुसलमान जिस देश में रहते हैं उसका सम्मान करें- वर्ल्ड मुस्लिम काउंसिल में बोले मिस्र के मंत्री
BBC
मिस्र के मंत्री ने कहा, ''हमें उन अतिवादियों से भी लड़ना होगा जो इस्लाम का ग़लत तरीक़े से इस्तेमाल करते हैं. यह असंभव है कि सभी देशों के मुसलमान एक ध्वज, एक देश और शासक के अधीन हों.''
संयुक्त अरब अमीरात में वर्ल्ड मुस्लिम कम्युनिटीज़ काउंसिल (TWMCC) के चौथे वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस बैठक में 150 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए.
इस सम्मेलन में इस्लामिक दुनिया की एकता को लेकर चर्चा की गई, जिसमें मुस्लिम देशों के 500 से अधिक धार्मिक, राजनीतिक, विद्वानों और समाजिक नेताओं ने हिस्सा लिया.
इसका आयोजन यूएई के सहिष्णुता और सह-अस्तित्व मंत्री शेख नाह्यान बिन मुबारक अल नाह्यान की अगुवाई में किया गया. ये TWMCC की ये चौथी वर्षगांठ थी. बैठक का आयोजन आठ और नौ मई को अबू धाबी राष्ट्रीय प्रदर्शनी केंद्र में हुआ.
इस दौरान सहिष्णुता मंत्री शेख नाह्यान बिन मुबारक ने कहा कि मुस्लिम दुनिया का आधार विज्ञान होना चाहिए. उन्होंने कहा, "मैं विशेषज्ञ नहीं हूँ लेकिन इस्लाम विज्ञान और ज्ञान का धर्म है. इसलिए ये ज़रूरी है कि विज्ञान और शोध मुस्लिम एकता की नींव बने."
इस दौरान मिस्र के धार्मिक मामलों से जुड़े मंत्री डॉक्टर मोहम्मद मुख़्तार गोमा ने इस बात पर ज़ोर दिया कि मुस्लिम दुनिया दो श्रेणियों में बँटी हुई है. एक दुनिया तार्किक है जबकि दूसरी काल्पनिक जिसका दुरुपयोग चरमपंथियों और आतंकवादी कर रहे हैं.