
मुरैना: खुद की जमीन नहीं होने से रात भर रखा रहा दलित का शव, इस तरह हुआ अंतिम संस्कार
ABP News
Morena News: मुरैना में दलित व्यक्ति की मौत के बाद श्मशान न होने से अंतिम संस्कार नहीं हो पा रहा था. ग्रामीण के एक विस्वा जमीन दान करने पर गुलजारी लाल सखबार का अंतिम संस्कार संभव हो पाया.
Morena News: दलित व्यक्ति की मौत के बाद श्मशान न होने से अंतिम संस्कार नहीं हो पा रहा था. बीते 40 सालों से लोग अपनी निजी खेती की जमीन, घरों के बाहर और खलिहानों में अंतिम संस्कार करते चले आ रहे थे. ग्रामीणों के साथ-साथ समाज सेवियों को जब पता चला तो गांव में लोग एकत्रित हो गये. प्रशासन-पुलिस और ग्रामीण विकास विभाग पर शासकीय श्मशान के लिये भूमि चयन करने का भी दबाव बनाया गया. यहां गांव के ही एक व्यक्ति ने एक विस्वा जमीन श्मशान के लिये दान की. तब जाकर 60 वर्षीय गुलजारी लाल सखबार का अंतिम संस्कार किया गया.
खुद की जमीन नहीं होने से शव रखा रहा रात भर घर के बाहर
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