मुंबई में मर्डर, सांसद की पोस्ट और लॉरेंस गैंग का खौफ... पप्पू यादव को धमकी दिए जाने की पूरी कहानी
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रविवार की देर रात पप्पू यादव के मोबाइल पर एक गुमनाम कॉल आती है. फोन पर लंबी बातचीत होती है. फोन रखने के बाद पहली बार पप्पू यादव को अहसास हुआ कि अभी-अभी लॉरेंस गैंग फोन पर उन्हें धमकी दे चुका है. पर पप्पू यादव फिर भी नहीं रुके.
वो 13 अक्टूबर 2024 का ही दिन था. मुंबई में बाबा सिद्दीकी के क़त्ल को 24 घंटे हो चुके थे. अहमदाबाद की साबरमती जेल और मुंबई के बांद्रा से हजार किलोमीटर से भी ज्यादा दूर पूर्णिया में बैठे सात बार के निर्दलीय सांसद और कभी बाहुबली रहे पप्पू यादव ने अचानक सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाल दी.
पप्पू यादव ने लॉरेंस को दी थी खुली धमकी इधर, पोस्ट डली उधर पप्पू यादव देश भर की मीडिया के लिए सुर्खियां बन गए. लॉरेंस को खुली धमकी देने तक ही पप्पू यादव नहीं रुके. बल्कि इसके बाद वो पूर्णिया से मुंबई पहुंच गए. बाबा सिद्दीकी के बेटे ज़िशान सिद्दीकी से मुलाकात की. साथ देने का भरोसा दिया. मुलाकात तो उन्हें सलमान खान से भी करनी थी. मगर सलमान शूटिंग में बिजी थे. लिहाजा फोन पर ही सलमान को हौसला देकर पप्पू यादव पूर्णिया लौट गए. बाद में खुद ही सलमान से फोन पर हुई बातचीत के बारे में पोस्ट कर पूरी जानकारी भी दी.
पूरे देश के सामने किया धमकी का खुलासा अब तक सबकुछ ठीक था. लेकिन तभी तीन दिन पहले रविवार की देर रात पप्पू यादव के मोबाइल पर एक गुमनाम कॉल आती है. फोन पर लंबी बातचीत होती है. फोन रखने के बाद पहली बार पप्पू यादव को अहसास हुआ कि अभी-अभी लॉरेंस गैंग फोन पर उन्हें धमकी दे चुका है. पर पप्पू यादव फिर भी नहीं रुके. उन्होंने लॉरेंस गैंग से फोन पर मिली धमकी की पूरी बातचीत खुद ही देश के सामने रख दी.
दूसरी बार भी फोन पर मिली धमकी लॉरेंस गैंग की तरफ से धमकी की ये पहली किस्त थी. इसके बाद पप्पू यादव के मोबाइल पर एक बार फिर धमकी भरा फोन आया. अब जैसे ही पप्पू यादव को इस कॉल की सच्चाई और दी गई धमकी की गंभीरता अंदाज़ा हुआ, फौरन उन्होंने पहले से ही मिली सुरक्षा को और बढ़ाने की अर्जी सरकार को दे दी.
जैमर बंद करने की कीमत 1 लाख रुपये प्रति मिनट फोन पर धमकी देने के दौरान धमकाने वाले ने दो अहम बातें कहीं. पहली ये कि पप्पू यादव को धमकाने के लिए जो फोन किया जा रहा है, उस कॉल को करने के लिए जेल के जैमर को दस मिनट तक बंद कर दिया गया. जैमर बंद करने की कीमत 1 लाख रुपये प्रति मिनट है. यानी दस मिनट कॉल के लिए धमकी देने वाले ने दस लाख रुपये खर्च किए. अब जाहिर है जेल का जैमर बंद होगा, तो बंद करने वाले जेल का ही स्टाफ होगा.
साबरमती जेल में ही बंद है लॉरेंस बिश्नोई यानी जेल का स्टाफ दस मिनट के आराम से दस लाख रुपये कमा लेता है. दूसरी अहम बात ये थी कि धमकाने वाले ने पप्पू यादव को एक मौका दिया है कि वो खुद साबरमती जेल में कॉल करे और ये बात पूरे देश को पता है कि लॉरेंस साबरमती जेल में ही बंद है. अब देखना ये है कि क्या पप्पू यादव लॉरेंस को कॉल करेंगे और उससे भी बड़ी बात ये कि अगर वो लॉरेंस को कॉल करेंगे, तो क्या उस बातचीत को भी उसी तरह सार्वजनिक करेंगे?
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