
मुंद्रा पोर्ट से आंध्र की कंपनी ने 72,000 करोड़ रुपये की हेरोइन मंगवाई थी -प्रेस रिव्यू
BBC
कन्हैया कुमार, जिग्नेश मेवानी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं, केपी शर्मा ओली का दावा कि भारत ने नेपाल को धमकी दी थी, साथ में आज के अख़बारों की अन्य अहम सुर्खियां.
रविवार को गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर बरामद की गई तीन टन हेरोइन की मात्रा नशीले पदार्थों की चल रही तस्करी का एक छोटा सा हिस्सा भर है.
हैदराबाद से छपने वाले डेक्कन क्रॉनिकल अख़बार की रिपोर्ट के अनुसार, नशीले पदार्थों के सौदागर इससे पहले 24 टन हेरोइन बाहर से मंगा चुके हैं और देश के अलग-अलग हिस्सों में इसकी सप्लाई की जा चुकी है.
अख़बार लिखता है कि राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) के अनुमानों के मुताबिक़ रविवार को ज़ब्त की गई हेरोइन की कीमत 9000 करोड़ रुपये थी. लेकिन हेरोइन की जो खेप इससे पहले तस्करी के रास्ते भारत पहुंचने में कामयाब रही, उसकी क़ीमत 70,000 करोड़ रुपये से ज़्यादा थी.
डेक्कन क्रॉनिकल ने अपनी पड़ताल के आधार पर लिखा है कि आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा शहर की आशी ट्रेंडिंग कंपनी ने इस साल जून में कथित तौर पर इसकी 25 टन मात्रा मंगवाई थी और इसे 'सेमी कट टैलकम पाउडर ब्लॉक्स' कहा था.
ये वही चीज़ थी जिसे डीआरआई ने रविवार को ज़ब्त किया है. विजयवाड़ा की कंपनी की ये शिपमेंट दिल्ली के एक कारोबारी को जिस ट्रक से भेजी गई थी, वो मुंद्रा पोर्ट और नई दिल्ली के 1176 किलोमीटर लंबे रास्ते के किसी भी टोलगेट से नहीं गुजरी. दिल्ली के उस कारोबारी की पहचान भी अब फ़र्ज़ी बताई जा रही है.