मीडिया से थी आपत्ति लेकिन केंद्र ने कोर्ट में कोविड के नए रूप को ‘इंडियन स्ट्रेन’ बताया था
The Wire
केंद्र सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में इस संबंध में हलफ़नामा दायर करने के तीन दिन बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने उन मीडिया रिपोर्ट पर कड़ी आपत्ति जताई थी, जिसमें कोरोना वायरस के एक स्वरूप ‘बी.1.617’ को ‘इंडियन वैरिएंट’ कहा गया था. सरकार ने सोशल मीडिया कंपनियों से कहा था कि वे अपने प्लेटफॉर्म से ‘इंडियन वैरिएंट’ संबंधी सामग्री को तुरंत हटा दें.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के नए स्वरूप को ‘इंडियन वैरिएंट’ कहने को लेकर आपत्ति जताने के बाद केंद्र की मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दायर एक हलफनामे में ‘इंडियन डबल म्यूटेंट स्ट्रेन’ शब्द का इस्तेमाल किया है. पाकिस्तान पाकिस्तान खेलना बंद करो और बाज आओ अपनी हरकतों से। यह भारत सरकार का माननीय सर्वोच्च न्यायालय में दायर हलफ़नामा है जहाँ भारत सरकार स्वयं इसे Indian Double Mutant Strain बता रही है। https://t.co/S29i200QWB (page 57) https://t.co/Ra5lOggamX pic.twitter.com/AjKND06GJ3 द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 9 मई के एक हलफनामे में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) द्वारा कोवैक्सीन विकसित करने के लिए उठाए गए कदमों का विवरण देते हुए ‘इंडियन डबल म्यूटेंट स्ट्रेन’ शब्द का उल्लेख किया गया है. — Pawan Khera (@Pawankhera) May 29, 2021 खास बात ये है कि इसके तीन दिन बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने उन मीडिया रिपोर्ट पर कड़ी आपत्ति जताई थी, जिसमें कोरोना वायरस के एक स्वरूप/प्रकार (वैरिएंट) बी.1.617 को ‘इंडियन वैरिएंट’ कहा गया था. मंत्रालय ने कहा था, ‘विभिन्न मीडिया में ऐसे समाचार आए हैं, कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बी.1.617 को एक वैश्विक चिंता वाले वैरिएंट के रूप में वर्गीकृत किया है. इनमें से कुछ रिपोर्ट में बी.1.617 वैरिएंट का उल्लेख कोरोना वायरस के ‘इंडियन वैरिएंट’ के रूप में किया है. ये मीडिया रिपोर्ट्स निराधार और बेबुनियाद हैं.’More Related News