मीडिया को न्यायपालिका पर विश्वास करना चाहिएः सीजेआई एनवी रमना
The Wire
मुंबई प्रेस क्लब द्वारा डिजिटल माध्यम से आयोजित ‘रेड इंक अवॉर्ड्स’ समारोह में चीफ जस्टिस एनवी रमना ने ख़बरों में वैचारिक पूर्वाग्रह मिलाने की प्रवृत्ति को लेकर कहा कि तथ्यात्मक रिपोर्ट्स में रायशुमारी से बचना चाहिए. पत्रकार, जजों की तरह ही होते हैं. उन्हें अपनी विचारधारा और आस्था से परे बिना किसी से प्रभावित हुए केवल तथ्यों को बताना चाहिए और सच्ची तस्वीर पेश करनी चाहिए.
नई दिल्लीः सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एनवी रमना ने बुधवार को मीडिया से न्यायपालिका में विश्वास रखने को कहा. #CJIRamana: Nothing can be more lethal to democracy than the deadly combination of confrontational polity and competitive journalism. Tragically, they feed on each other. History is witness to this hard truth.#RedInkAwards2021
रिपोर्ट के अनुसार, चीफ जस्टिस रमना ने कहा कि ‘फैसलों को लेकर उपदेश देना’ और ‘जजों को खलनायक के तौर पर पेश करने’ के चलन को जांचने की जरूरत है. — Mumbai Press Club (@mumbaipressclub) December 29, 2021
चीफ जस्टिस ने मुंबई प्रेस क्लब द्वारा डिजिटल माध्यम से आयोजित ‘रेड इंक अवॉर्ड्स’ समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र में प्रमुख हितधारक के रूप में मीडिया का कर्तव्य न्यायपालिका को बुरी ताकतों के हमलों से बचाना है.
सीजेआई ने कहा, ‘हम मिशन लोकतंत्र और राष्ट्रहित को बढ़ावा देने में एक साथ है. हमें एक साथ आगे बढ़ना होगा.’