मिजोरम में वोटिंग 7 नवंबर को, लेकिन हफ्तेभर पहले ही 5,306 लोगों ने डाल दिया वोट, जानिए कैसे?
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मिजोरम में चुनावी तैयारी है. 7 नवंबर को मतदान से पहले चुनाव आयोग ने उन लोगों की वोटिंग करवाई है, जो सीनियर सिटीजन हैं या दिव्यांग अथवा चुनाव से जुड़े कार्यों में ड्यूटी लगी है. ऐसे सभी लोगों के वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी.
मिजोरम समेत पांच राज्यों में चुनाव हैं. मिजोरम में 7 नवंबर को मतदान है. उससे पहले सीनियर सिटीजन, दिव्यांग और सरकारी अधिकारियों ने मतदान करना शुरू कर दिया है. सरकारी अधिकारी जहां डाक मत पत्र से वोटिंग कर रहे हैं तो दिव्यांग और सीनियर सिटीजन को घर बैठे वोटिंग करने की सुविधा दी जा रही है. कुल मिलाकर 5,306 वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों (PWD) और सरकारी अधिकारियों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है.
चुनाव आयोग ने एक बयान में बताया कि 1,100 वरिष्ठ नागरिकों (80 वर्ष और उससे ज्यादा उम्र) और दिव्यांगों ने घरेलू मतदान के माध्यम से अपने मताधिकार का प्रयोग किया. वहीं, सुरक्षा और मतदान कर्मियों समत 4,203 सरकारी अधिकारियों ने डाक मतपत्रों के जरिए मतदान किया है.
वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों ने वोट डाला
बयान में कहा गया है कि आइजोल जिले में 463 वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों ने वोट डाला. उसके बाद सेरछिप जिले (168) और सैतुअल जिले (149) में मतदान किया गया. इसी तरह, आइजोल जिले में 779 सरकारी अधिकारियों ने, लॉन्ग्टलाई जिले में 733 ने और लुंगलेई जिले में 574 ने मतदान किया.
मिजोरम में 40 सीटों पर 7 नवंबर को मतदान
बताते चलें कि मिजोरम में विधानसभा की 40 सीटों के लिए 7 नवंबर को वोटिंग होनी है. यहां मुख्यमंत्री जोरमथांगा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ नेशनल फ्रंट (एमएनएफ), जोरम पीपल्स मूवमेंट (जेडपीएम) और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है. बीजेपी 23 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. पहले 39 सीटों पर चुनाव लड़ती थी. इसके अलावा, आम आदमी पार्टी (आप) के चार उम्मीदवार हैं. राज्य में AAP पहली बार चुनाव लड़ रही है. इसके अलावा, 27 निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं.
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