मायावती ने राजग की राष्ट्रपति प्रत्याशी मुर्मू का समर्थन कर कहा, विपक्ष ने सलाह नहीं ली
The Wire
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि यह फैसला न तो भाजपा या राजग के समर्थन में है और न ही कांग्रेस समर्थित संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के ख़िलाफ़ है. राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के चयन के समय बसपा को परामर्श से दूर रखने के लिए मायावती ने विपक्षी दलों की आलोचना भी की. उनके अलावा वाईएसआर कांग्रेस ने राष्ट्रपति पद के लिए राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थन की घोषणा की है.
बसपा प्रमुख मायावती ने लखनऊ में कहा, ‘राष्ट्रपति चुनाव के संबंध में बसपा अपना फैसला लेने के लिए आजाद है. पार्टी ने आदिवासी समाज को अपने आंदोलन का खास हिस्सा मानते हुए द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने का निर्णय लिया है.’
उन्होंने कहा, ‘हमारा यह फैसला न तो भाजपा या राजग के समर्थन में है और न ही संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के खिलाफ है. हमने अपनी पार्टी और आंदोलन को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया है.’
मायावती ने कहा, ‘बसपा ने आदिवासी समाज की एक योग्य एवं कर्मठ महिला को देश की अगली राष्ट्रपति के रूप में देखने के लिए मुर्मू का समर्थन करने का फैसला किया है. हालांकि, वह बिना किसी दबाव के काम कर पाएंगी या नहीं, यह तो आने वाला समय ही बताएगा.’
बसपा सुप्रीमो ने यह भी कहा, ‘अगर कोई विरोधी पार्टी या उसके नेतृत्व वाली सरकार आदिवासियों के हित में उचित फैसला लेती है तो बसपा बिना किसी हिचक, दबाव या डर के उसका भी समर्थन करती है. फिर चाहे इसके लिए पार्टी को भारी नुकसान ही क्यों न उठाना पड़े.’